क्या आप जानते हैं! दुनिया के पहले मोबाइल फोन को चार्ज होने में लगते थे 10 घंटे, जानिए ऐसी ही दिलचस्प बातें

ये बात आपको हैरत में डाल सकती है कि दुनिया का सबसे गहरा पोस्ट ऑफिस जापान के सुसेमी खाड़ी में बना हुआ है। ये समुद्र के 10 मीटर (लगभग 33 फीट) नीचे स्थित है। इस अनोखे पोस्ट ऑफिस को 1999 में स्थापित किया गया था और तब से ये पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। यहां लोग वाटरप्रूफ पोस्टकार्ड्स का उपयोग करते हैं जिन्हें विशेष रूप से तैयार किया गया है और इन्हें पानी के भीतर पोस्ट किया जाता है। यह पोस्ट ऑफिस उन लोगों को आकर्षित करता है जो डाइविंग के शौकीन हैं और अपनी यात्राओं को यादगार बनाना चाहते हैं। अब तक इस पोस्ट ऑफिस से 38,000 से अधिक पोस्टकार्ड भेजे जा चुके हैं।

Shruty Kushwaha
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Amazing Facts of the World

Amazing facts of the world : ये दुनिया अचरज से भरी हुई है। हम इसके बारे में सिर्फ उतना ही जानते हैं जितना अपनी आंखों से देखा है, या पढ़ा है या सुना है। लेकिन हमारी देखने और पढ़ने की क्षमता बहुत सीमित है और ये दुनिया बहुत बड़ी। यहां ऐसी कई हैरतअंगेज़ और दिलचस्प बातें हैं जिनमें से कई के बारे में हमें जानकारी भी नहीं। इसीलिए तो कहते हैं कि कुदरत किसी जादू से कम नहीं है और हर बार ये हमें चमत्कृत कर देती है।

क्या आप जानते हैं कि  एंडीज़ पर्वत श्रृंखला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में एक “रेनबो पर्वत” (Rainbow Mountain) है जिसे स्थानीय लोग “विनिकुंका” कहते हैं। यह पर्वत अपने अद्भुत प्राकृतिक रंगों के कारण प्रसिद्ध है जो लाल, पीला, हरा और बैंगनी जैसे रंगों के साथ एक इंद्रधनुष की तरह दिखता है। इन रंगों का कारण यहां मौजूद विभिन्न खनिज तत्व हैं। यह अनोखा दृश्य प्रकृति की कारीगरी का बेहतरीन उदाहरण है और हर साल हजारों पर्यटक इसे देखने आते हैं।

अजब गजब दुनिया

ये दुनिया वाकई आश्चर्य से भरी हुई है। हमारे अनुभव, ज्ञान और समझ की सीमाओं से परे यह संसार अनगिनत रहस्यों और चमत्कारों को समेटे हुए है। दुनिया का हर कोना, हर घटना और हर खोज हमें हैरत में डालने के लिए तैयार है। कुदरत बार-बार अपने करिश्मों से हमें यह एहसास दिलाती है कि ये कितनी महान है। आज हम ऐसी ही दिलचस्प जानकारी लेकर आए हैं।

हैरतअंगेज़ तथ्य

1. पृथ्वी पर सबसे गहरी जगह : पृथ्वी की सबसे गहरी जगह “मारियाना ट्रेंच” है, जो प्रशांत महासागर में स्थित है। यह जगह समुद्र तल से लगभग 11 किलोमीटर गहरी है, और इसे “चैलेंजर्स डीप” कहा जाता है। यह गहराई इतनी अधिक है कि यदि एवरेस्ट पर्वत को इसमें उल्टा करके डाला जाए, तो उसका शीर्ष अभी भी पानी के नीचे ही रहेगा।

2. बंगाल टाइगर का सफेद रंग : सफेद बंगाल टाइगर एक दुर्लभ प्रजाति है और इसका सफेद रंग एक आनुवांशिक उत्परिवर्तन के कारण होता है। इसके शरीर में पिगमेंटेशन की कमी होती है, जिससे इसकी त्वचा और आंखें सफेद दिखती हैं।

3. आसमान में रंगीन बादल : सूर्योदय और सूर्यास्त के दौरान आकाश में जो रंगीन बादल दिखते हैं, वे “सुबरहियर क्लाउड्स” कहलाते हैं। ये बादल प्राकृतिक प्रकाश के विकिरण से रंगीन दिखते हैं और किसी विशिष्ट मौसम या जलवायु में उत्पन्न होते हैं।

4. पृथ्वी का सबसे बड़ा बैक्टीरिया : दुनिया का सबसे बड़ा बैक्टीरिया थियोमार्गरीटा मैग्निफ़िका (Thiomargarita namibiensis) है। ये सामान्य बैक्टीरिया से करीब 5,000 गुना बड़ा है। इस बैक्टीरिया का आकार 2 सेंटीमीटर तक हो सकता है और इसे नंगी आंखों से देखा जा सकता है।

5. दुनिया का पहला मोबाइल फोन : दुनिया का पहला मोबाइल फ़ोन Motorola DynaTAC 8000X था, जिसे मोटोरोला ने 3 अप्रैल, 1973 को लॉन्च किया था। इसकी बैटरी लाइफ करीब एक घंटे की थी और इसे चार्ज करने में लगभग 10 घंटे लगते थे। इसकी लंबाई 10 इंच (25 सेंटीमीटर) थी और इसका वज़न 2.5 पाउंड (1 किलोग्राम) था। यह ईंट के आकार जैसा था इस फोन में वेंडर नाम का ऑपरेटिंग सिस्टम दिया गया था।

6. पारदर्शी झील का रहस्य : इटली के उत्तर-पश्चिमी इलाके में स्थित “लागो डेल्ला लेवरे” नामक झील है जिसकी विशेषता यह है कि यह बिलकुल पारदर्शी है। इसके पानी में आप न सिर्फ नीचे की गहराई देख सकते हैं, बल्कि आपको उसमें तैरती मछलियां भी नजर आती हैं। यह झील इतालवी आल्प्स के करीब स्थित है और अपने शांत वातावरण और प्रकृति की अद्भुत सुंदरता के कारण सैलानियों को आकर्षित करती है।

7. सबसे बड़े मांसाहारी पौधे : नेपेन्थेस राजा (Nepenthes Rajah) नामक एक पौधा जो मलेशिया के वर्षावनों में पाया जाता है, दुनिया का सबसे बड़ा मांसाहारी पौधा है। यह पौधा कीड़ों और छोटे जानवरों को आकर्षित करता है और उन्हें अपने गहरे जाल में फंसाकर खा जाता है। नेपेन्थेस प्रजाति के पौधों को पिचर प्लांट या मंकी कप के नाम से भी जाना जाता है। इनकी लगभग 170 प्रजातियां हैं और ये पौधे अपने शिकार को पकड़ने के लिए घड़े के आकार के पत्तों का इस्तेमाल करते हैं।

(डिस्क्लेमर : ये लेख सामान्य जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)


About Author
Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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