कभी-कभी ऐसा होता है कि दिवाली (Diwali 2025) पर घर को जितना भी साफ रखें, फिर भी एक अजीब-सी बासी गंध आने लगती है। खासकर नमी भरे दिनों में ये समस्या और बढ़ जाती है। कमरे की बंद खिड़कियां, गीले कपड़े या रसोई की खुशबू मिलकर पूरे माहौल को भारी बना देते हैं। ऐसे में बाजार के स्प्रे कुछ समय तक राहत तो देते हैं, लेकिन उनमें मौजूद केमिकल्स से सिर दर्द और एलर्जी की परेशानी भी बढ़ जाती है।
अगर आप चाहते हैं कि दिवाली पर घर में फूलों जैसी महक बनी रहे और वो भी बिना किसी साइड इफेक्ट के, तो आज हम लेकर आए हैं एक बेहद आसान आयुर्वेदिक होम फ्रेशनर रेसिपी। इसे बनाने के लिए किसी महंगे परफ्यूम या रूम फ्रेशनर की जरूरत नहीं है। बस कुछ घरेलू चीजें, थोड़ी समझ और आपके हाथों का जादू और आपका घर महकेगा।

आयुर्वेदिक होम फ्रेशनर क्या है और क्यों है ये खास (Ayurvedic Natural Fragrance at Home)
आयुर्वेदिक फ्रेशनर कोई नया कॉन्सेप्ट नहीं है। सदियों से भारतीय घरों में खुशबू फैलाने के लिए प्राकृतिक जड़ी-बूटियों, फूलों और तेलों का उपयोग किया जाता रहा है। तुलसी, नीम, चंदन, कपूर, और इलायची जैसी चीजें सिर्फ खुशबू ही नहीं देतीं, बल्कि वातावरण को शुद्ध भी करती हैं।
आधुनिक रूम फ्रेशनर जहां रासायनिक खुशबू से काम करते हैं, वहीं यह आयुर्वेदिक तरीका प्राकृतिक खुशबू और एनर्जी क्लीनिंग दोनों प्रदान करता है। इसमें किसी भी तरह का टॉक्सिक एलिमेंट नहीं होता, जो बच्चों या पालतू जानवरों के लिए नुकसानदेह हो।
घर पर बनाएं ये आसान आयुर्वेदिक रूम फ्रेशनर (Natural Fragrance at Home)
सामग्री:
2 कप पानी
1 बड़ा चम्मच गुलाब जल
1 छोटा चम्मच नींबू का रस
2-3 लौंग
1 छोटा टुकड़ा दालचीनी
2 बूंदें नीलगिरी या लैवेंडर तेल
1 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा
विधि:
- एक पैन में पानी डालकर गर्म करें।
- उसमें लौंग, दालचीनी और नींबू का रस मिलाएं।
- जब हल्की खुशबू आने लगे तो गैस बंद कर दें।
- अब इसमें गुलाब जल, नीलगिरी तेल और बेकिंग सोडा मिलाएं।
- ठंडा होने पर इसे स्प्रे बोतल में भर लें।
- अब आपका आयुर्वेदिक रूम फ्रेशनर तैयार है। इसे आप घर के हर कोने में, पर्दों पर, किचन या वॉशरूम में स्प्रे कर सकते हैं।
इसकी खुशबू न सिर्फ बदबू मिटाएगी बल्कि मूड को भी रिफ्रेश कर देगी।
इस फ्रेशनर के फायदे
ये सिर्फ महक नहीं देता बल्कि हमारी सेहत का भी ध्यान रखता हैं, लौंग और नीलगिरी तेल में बैक्टीरिया को खत्म करने की क्षमता होती है। लैवेंडर और गुलाब की खुशबू दिमाग को शांत करती है और मूड बेहतर बनाती है। अगर घर में बंद माहौल के कारण हवा भारी हो गई है, तो ये फ्रेशनर तुरंत ताजगी और ऑक्सीजन जैसा एहसास देता है। इसमें कोई हानिकारक तत्व नहीं होते, इसलिए आप इसे बिना चिंता के इस्तेमाल कर सकते हैं। बाजार के फ्रेशनर के मुकाबले यह बहुत सस्ता और ज्यादा असरदार है।
क्यों जरूरी है घर की गंध पर ध्यान देना
आयुर्वेद के अनुसार, जिस घर में सकारात्मक सुगंध रहती है, वहां ऊर्जा संतुलित होती है। वहीं, बासी या दुर्गंध वाला घर नकारात्मक वाइब्स फैलाता है, जिससे मन भारी और विचार नकारात्मक होने लगते हैं। घर में आने वाली बासी गंध के कई कारण हो सकते हैं, जैसे गीले कपड़े या न सुखे फर्श, किचन का बासी खाना, कम वेंटिलेशन या नमी, बंद कमरों की हवा।
ऐसे में जब आप अपने घर को आयुर्वेदिक फ्रेशनर से महकाते हैं, तो न केवल वातावरण में ताजगी आती है बल्कि मनोविज्ञानिक रूप से भी ऊर्जा बढ़ती है। सुगंध सीधे मस्तिष्क के मूड सेंटर पर असर डालती है, जिससे व्यक्ति को सुकून और प्रसन्नता का अनुभव होता है।










