Friendship Marriage: जैसे-जैसे जमाना बदल रहा है वैसे-वैसे दिन पर दिन नए-नए ट्रेंड हमें देखने को मिलते हैं। कुछ ट्रेंड बहुत आम होते हैं वहीं कुछ ट्रेंड ऐसे होते हैं जिनके बारे में सुनकर और जिनके बारे में सोचकर हम सभी दंग रह जाते हैं। ऐसे ही एक ट्रेंड में से है फ्रेंडशिप मैरिज। जी हां, फ्रेंडशिप मैरिज एक ऐसा बढ़ता हुआ ट्रेंड है जो इस वक्त जापान में बहुत ज्यादा ही लोकप्रिय हो रहा है।
क्या होता हैं फ्रेंडशिप मैरिज
जैसा कि नाम से ही समझ आ रहा है फ्रेंडशिप मैरिज, इस प्रकार की मैरिज में कपल का रिश्ता मात्र एक फ्रेंड के जैसे होता है, इस मैरिज में बेबी प्लानिंग नहीं होती है, ना ही पति पत्नी जैसा कोई रिश्ता रहता है। कपल एक दूसरे से शादी करते हैं अपने-अपने खर्च उठाते हैं अपनी अपनी जिम्मेदारियां निभाते हैं और इसी तरह यह फ्रेंडशिप मैरिज चलती है। यह एक अनोखा रिश्ता है जो दोस्ती पर आधारित होता है, न कि रोमांटिक प्यार पर। इसमें पति-पत्नी एक साथ रहते हैं, घरेलू कामों का बंटवारा करते हैं और एक दूसरे का सहयोग करते हैं, लेकिन उनका कोई रोमांटिक रिश्ता या बच्चे पैदा करने की योजना नहीं होती है। यह पारंपरिक विवाह से बिल्कुल अलग है, जहाँ जीवनसाथी एक-दूसरे के प्रति वफादारी और दायित्वों के बंधन में बंधे होते हैं।
जापान में, पारंपरिक विवाहों की जगह अब धीरे-धीरे फ्रेंडशिप मैरिज ले रहा है। यह एक अनोखा रिश्ता है जो रोमांटिक प्यार के बजाय दोस्ती पर आधारित होता है। इसमें, पति-पत्नी एक साथ रहते हैं, घरेलू कामों का बंटवारा करते हैं और एक दूसरे का सहयोग करते हैं। लेकिन, उनका कोई रोमांटिक रिश्ता नहीं होता है और न ही वे बच्चे पैदा करने की योजना बनाते हैं। यह पारंपरिक विवाह से बिल्कुल अलग है, जहाँ जीवनसाथी एक-दूसरे के प्रति वफादारी और दायित्वों के बंधन में बंधे होते हैं।
फ्रेंडशिप मैरिज एक ऐसा विवाह है जिसमें पति-पत्नी के बीच रोमांटिक रिश्ता ज़रूरी नहीं होता। यह दोस्ती पर आधारित एक सामाजिक समझौता होता है, जिसमें दोनों लोग एक साथ रहते हैं, घरेलू ज़िम्मेदारियां साझा करते हैं, और एक दूसरे का सहयोग करते हैं। जापान में, पारंपरिक विवाहों के प्रति रुझान कम हो रहा है और इसकी जगह फ्रेंडशिप मैरिज तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह नया चलन युवा पीढ़ी द्वारा अपनाया जा रहा है जो बच्चों और घरेलू जिम्मेदारियों से बचना चाहते हैं। “कलरस” नामक एक एजेंसी जो फ्रेंडशिप मैरिज में विशेषज्ञता रखती है, उनके आंकड़ों के अनुसार, 2015 से अब तक 500 से अधिक लोगों ने इस तरह का विवाह किया है। यह पारंपरिक विवाह से बिल्कुल अलग होता है। इसमें पति-पत्नी का रिश्ता रोमांटिक होने की बजाय दोस्ती पर आधारित होता है। वे एक साथ रहते हैं, घरेलू कामों का बंटवारा करते हैं और एक दूसरे का सहयोग करते हैं, लेकिन उनका कोई रोमांटिक रिश्ता या बच्चे पैदा करने की योजना नहीं होती है। यह ट्रेंड कम जन्म दर, बढ़ती महंगाई और सामाजिक दबावों से बचने की इच्छा जैसे कई कारकों से प्रेरित है। फ्रेंडशिप मैरिज के फायदे और नुकसान दोनों हैं। कुछ लोगों के लिए यह पारंपरिक विवाह का एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जबकि दूसरों के लिए यह काम न करे।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)