सर्दियों में ठंडी हवा हमारे शरीर की नमी खींच लेती है। ऐसे में ड्राई स्किन (Dry Skin) की समस्या हर किसी को परेशान करती है। खासकर उन लोगों को, जिनकी स्किन पहले से ही डिहाइड्रेटेड रहती है। मॉइस्चराइजर लगाने के बाद भी कई बार चेहरे और शरीर की त्वचा खिंची-खिंची महसूस होती है। यही कारण है कि लोग सर्दियों में ऐसे उपाय ढूंढते हैं, जो त्वचा को अंदर से पोषण देकर लंबे समय तक मॉइस्चराइज रख सकें।
इन्हीं देसी उपायों में से एक तरीका है, नहाने से पहले सरसों का तेल लगाना। यह सुनने में भले ही साधारण लगे, लेकिन यह घरेलू उपाय सदीयों से भारतीय परिवारों में इस्तेमाल होता आया है। सरसों का तेल त्वचा को गर्म भी रखता है और उसकी नमी भी लॉक करता है। आइए समझते हैं कि यह कैसे ड्राई स्किन की समस्या को कम करता है और क्यों विंटर स्किनकेयर में सरसों का तेल (Mustard Oil) सबसे कारगर माना जाता है।
नहाने से पहले तेल लगाने की परंपरा क्यों जरूरी मानी गई?
भारत में नहाने से पहले तेल लगाने का चलन बहुत पुराना है। दादी-नानी हमेशा कहती थीं कि ठंड में सरसों का तेल शरीर की मालिश के लिए सबसे अच्छा होता है, क्योंकि यह स्किन को गर्म रखकर सर्दियों में होने वाली डॉयनेस, खुजली और रैशेज को कम करता है। सरसों का तेल एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है और त्वचा के ऊपरी लेयर में जाकर प्राकृतिक नमी को बनाए रखता है। यही वजह है कि यह सर्दियों में बॉडी ऑयल के रूप में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है।
Dry Skin के लिए सरसों का तेल कैसे काम करता है?
सरसों के तेल में मौजूद ओमेगा-3, ओमेगा-6 फैटी एसिड, विटामिन E और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को पोषण देते हैं। यह त्वचा की ऊपरी परत में जाकर नमी को लॉक करता है। स्किन पर एक प्रोटेक्टिव लेयर बना देता है, जिससे ठंडी हवा का असर कम होता है। खुजली, फटापन, रूखेपन और पपड़ी बनना काफी कम हो जाता है। रफ स्किन फिर से मुलायम महसूस होती है। ड्राई स्किन वाले लोगों को विशेष रूप से यह उपाय अपनाना चाहिए, क्योंकि यह मॉइस्चराइजर की तुलना में ज्यादा देर तक हाइड्रेशन बनाए रखता है।
सरसों का तेल कब और कैसे लगाएं?
- हथेली पर थोड़ा तेल लें
- हल्का गर्म कर लें
- कंधे, पैर, पीठ, गर्दन और हाथों पर अच्छे से लगाएं
- जोड़ों पर हल्की मालिश करें
- 10 मिनट बाद गुनगुने पानी से नहा लें
- इससे त्वचा मुलायम रहती है और नेचुरल ग्लो भी बढ़ता है।





