Fact Check : क्या मांसाहारी होता है मिठाई पर लगा चांदी का वर्क? जानें सच्चाई

Published on -
silver varakh, fact check

Fact Check : अधिकतर मिठाइयों में आपने चांदी के वर्क को लगा हुआ देखा होगा। इतना ही नहीं उस मिठाई को खाया भी होगा। लेकिन कुछ लोगों का कहना ऐसा होता है कि मिठाइयों के ऊपर लगा चांदी का वर्क मांसाहारी है। आखिर इसके पीछे की सच्चाई क्या है चलिए जानते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं आखिर चांदी के वर्क को केसे बनाया जाता है और क्या ये वाकई में मांसाहारी है या नहीं।

Fact Check : कैसे बनाया जाता है चांदी का वर्क

चांदी का पता या चांदी का वर्क बनाने के लिए सिल्वर के नॉन बायो एक्टिव पीसेस का इस्तेमाल किया जाता है। इन पीसों को पीट-पीटकर उसका पतली लेयर बनाई जाती हैं। जिसका इस्तेमाल मिठाइयों पर किया जाता है। लोग इसे बड़े चाव के साथ खाना पसंद करते हैं। चांदी के वर्क को बुकलेट के पन्नों के बीच में रखा जाता है ताकि वह खराब ना हो और वह बिखर ना जाए। क्योंकि वह बहुत नाजुक होता हैं। उसे हाथ में लेते ही वह चिपक जाता है और फैल जाता है। इसलिए बड़ी सावधानी के साथ इसका इस्तेमाल किया जाता है।

लेकिन साल 2016 में यह खबर सामने आई थी कि बैलों और भैंसों की आंतों के अंदर चांदी को रखा जाता है उसके बाद उसे पीट-पीटकर पतला करके उसका वर्क बनाया जाता है। जी हां यह बात सच थी। लेकिन इस बात के सामने आने के बाद भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने एनिमल यूज़ पर पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद ऐसा करना बंद कर दिया गया अब वह मांसाहारी नहीं है। आप उसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

यह है Silver Varakh के फायदे

कहा जाता है कि चांदी का वर्क एडिबल होता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है जो हमारे सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है। इसके सेवन से सेल्फ लाइफ को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसीलिए अधिकतर मिठाइयों में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इससे मिठाइयां सुन्दर दिखने के साथ साथ स्वादिष्ट भी लगती हैं।

अब यह जानते हैं कि असली और नकली चांदी के वर्क में कैसे अंतर देखा जाता है, तो आपको बता दें उंगलियों से मसल कर देख कर इसका पता लगाया जाता है कि चांदी का वर्क असली है या नकली। अगर चांदी के वर्क को हाथ में लेते ही उसके टुकड़े हो जाए या वो फैल जाए तो समझ जाइए कि वह असली है। लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है तो उसमें एल्युमिनियम की मिलावट की हुई होती है जो सेहत के लिए हानिकारक मानी जाती है।

आपने भी कई बार सिल्वर वर्क का इस्तेमाल किया होगा और सेवन भी किया होगा। लेकिन आपको बता दे अब यह मांसाहारी नहीं है। इसे शुद्धता के साथ बनाया जाता है। जैसा कि हमने आपको पहले बताया कि 2016 मे पर्स आईने एनिमल यूज़ पर रोक लगा दी थी। इसी वजह से अब वर्क नॉनवेज नहीं है आप इसे बिंदास मिठाइयों में खा सकते हैं।

Disclaimer- इस लेख में दी गई डिटेल्स सामान्य जानकारी पर आधारित है। अपनाने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।MP Breaking News इन जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है।


About Author

Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं।मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।

Other Latest News