इंसान सब्जियों को बड़े ही चाव से खाता है, चाहे सुबह हो या शाम… बिना सब्जी के रोटी या चावल नहीं खाई जाती। यह भारतीय खानों में अहम रोल निभाती है। सुबह के नाश्ते से लेकर रात के डिनर तक, किसी न किसी तरह से वेजिटेबल्स का इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि हमारे देश में 40 से अधिक तरह की सब्जियों की खेती की जाती है, जिनमें पत्तेदार सब्जी से लेकर बीज वाली सब्जी आदि शामिल हैं। यह सभी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जो शरीर को हर तरह से फायदा पहुंचाते हैं। सब्जी खाने से कई तरह के रोग दूर रहते हैं। इनमें पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, जिंक, विटामिन, फाइबर सहित अन्य सभी तरह की जरूरी चीज बॉडी को मिल पाती है। कुछ सब्जियां सीजनल होती हैं, तो कुछ सब्जियां सालों भर मार्केट में मिलती हैं।
भारत के किचन में सबसे ज्यादा आलू, टमाटर, गोभी, पत्ता गोभी, बैंगन, भिंडी, तरोई, लौकी, कटहल, शिमला मिर्च, पालक, मेथी, बथुआ, सरसों के साग, चना के साग, करेला की सब्जी बनती है, जो कि खाने में बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट होती है। इसे आप चावल या रोटी दोनों के साथ ही खा सकते हैं।
धरती पर उगाई गई थी सबसे पहले ये सब्जी
आज का आर्टिकल काफी अलग है, क्योंकि आज हम आपको यह बताएंगे कि धरती पर सबसे पहले कौन सी सब्जी उगाई गई थी। इसके बारे में अच्छे से अच्छे धुरंधर लोगों को नहीं पता होगा। अक्सर इस तरह के प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। ऐसे में सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी इस सवाल का जवाब पता होना जरूरी है।
यूं तो अधिकतर लोगों की फेवरेट सब्जी आलू होती है, जिसे विभिन्न तरह से बनाकर लोग खाना पसंद करते हैं। ऐसे में अधिकांश लोगों को ऐसा लगता होगा कि आलू ही वह सब्जी है, जो पहली बार शायद उगाई गई हो… लेकिन आप सरासर गलत हैं। यह पहली सब्जी नहीं है, जो धरती पर उगाई गई है, बल्कि वह कोई और सब्जी है, जो खास तौर पर सर्दी के मौसम में खाने का टेस्ट बढ़ाने का काम करती है।
मटर
दरअसल, इस सब्जी का नाम मटर है, जो धरती पर पहली बार उगाई गई थी। जिसकी शुरुआत एशिया से हुई थी। माना जाता है कि मानव द्वारा उगाई जाने वाली यह पहली सब्जी है, जिसका इतिहास 7000 साल पुराना माना गया है। इस सब्जी का वैज्ञानिक नाम पिसम सैटिवम है, जिसकी खेती आमतौर पर भारत में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र में की जाती है। इसे ठंडे के मौसम में आसानी से उगाया जा सकता है। इसके दाने सब्जियां, स्नैक्स जैसे पास्ता, चाऊमीन, सैंडविच, मैगी में डालकर स्वाद को बढ़ाने में किया जाता है। इसके अलावा, मटर की सब्जी भी बनाई जाती है।
दलहन फसल
2000 ईसा पूर्व में हड़प्पा की संस्कृति में मटर की खेती की जानकारी मिलती है। उस युग में जौ, गेहूं, बाजरा, सरसों, तिल और राई की भी खेती की जाती थी, लेकिन मटर का इतिहास उससे भी ज्यादा पुराना माना जाता है, जो कि एक दलहन फसल है। मटर के पराठे, आलू मटर, मटर की घुघनी आदि लोग बड़े ही चाव से खाते हैं। यह शरीर के लिए भी फॉर्म बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन डी और विटामिन ई पाया जाता है, जो शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकते हैं।
स्वाद को करते हैं दोगुना
इसके अलावा, बहुत सारे न्यूट्रिएंट्स भी पाए जाते हैं, जो कि हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। ऐसे में यदि आप मटर खाने से नाक सिकुड़ते हैं, तो ऐसा करना बंद कर दें, क्योंकि यह बॉडी के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। साथ ही यह खाने के टेस्ट को भी दोगुना कर देता है।





