पैसों की तंगी से परेशान, फिटकरी के ऐसे इस्तेमाल से चमक उठेगी किस्मत

Gaurav Sharma
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डेस्क रिपोर्ट। वॉटर प्यूरीफायर्स के जमाने में हो सकता है फिटकरी के बारे में बहुत से लोग नहीं जानते होंगे. खड़े नमक की तरह दिखने वाली फिटकरी बहुत काम की है. आमतौर पर ये घरों में इसलिए हुआ करती थी कि पानी साफ कर सके. जब घरों में नल से पानी आता था. तब बर्तन भरने के बाद पानी में फिटकरी घुमा दी जाती थी. इसके असर से पानी में मौजूद गंदगी नीचे जम जाती थी और पानी साफ दिखाई देता था. अब घरों में फिटकरी कम ही नजर आती है. क्योंकि पानी वॉटरप्यूरीफायर्स के जरिए साफ होकर आता है. हालांकि फिटकरी का काम सिर्फ इतना ही नहीं है. ठीक तरह से उपयोग की जाए तो फिटकरी घर की कई समस्या को खत्म कर सकती है.

ग्रह कलेश होने पर

परिवार के सदस्यों के बीच मनमुटाव रहता हो या बात बात पर झगड़ा होता हो तो सोने से पहले पलंग के नीचे एक गिलास पानी में फिटकरी डाल कर रख दें. सुबह उठ कर नहाएं और फिटकरी वाला पानी पीपल के पेड़ पर चढ़ा दें. ये उपाय घर के लोगों के बीच प्यार बरकरार रखता है.

नौकरी के लिए

कई कोशिशों के बावजूद नौकरी नहीं लग पा रही तो फिटकरी से काम बन सकता है. फिटकरी के पांच टुकड़े, छह नीले रंग के फूल और बिना चमड़े वाला बेल्ट मां को अर्पित करें. ये काम आपको नवमी पर करना है. अगले दिन बेल्ट किसी कन्या को दान कर दें. फूलों को पानी में प्रवाहित कर दें. फिटकरी बचा कर रखें. जॉब इंटरव्यू के लिए जाते समय फिटकरी के टुकड़े अपने पास रखें.

कर्ज से छुटकारे के लिए

लाख कोशिशों के बाद भी कर्ज सिर से नहीं उतर रहा. तो किसी भी बुधवार को फिटकरी पर सिंदूर लगाएं दें. सिंदूर लगी फिटकरी को पान के पत्ते में कलावा की मदद से बांध कर रख लें. शाम होने पर पीपल के पेड़ के पास पत्थर के नीचे उसे दबाकर रख दें. ऐसा करने से कर्ज से बहुत जल्दी छुटकारा मिलेगा.

पैसों की तंगी

घर में पैसों की तंगी हो तो नहाते समय फिटकरी के पानी से नहाएं. घर में पोछा लगाते समय सेंधा नमक के साथ फिटकरी भी मिक्स कर दें. फिटकरी मिले पानी से घर में पॉजीटिव एनर्जी आती है. जिससे धन संबंधी बाधाएं दूर होती हैं.

 


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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