गुड़हल-गुलाब में नहीं आ रहे फूल? चावल के पानी में मिलाएं ये चीज, फूलों से भर जाएगी डाली

अगर आपके गुड़हल या गुलाब के पौधे में लंबे समय से फूल नहीं आ रहे हैं, तो अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। सिर्फ चावल के पानी में एक खास चीज मिलाकर आप न सिर्फ पौधे को हरा-भरा कर सकते हैं, बल्कि डालियों को भी फूलों से लदा हुआ देख सकते हैं।

अगर आपने गुड़हल या गुलाब के पौधों में फूल नहीं आ रही है (Hibiscus Plant) तो घबराने की ज़रूरत नहीं है। कई बार पौधे की मिट्टी में सही पोषक तत्व नहीं होते हैं या धूप और पानी की कमी के चलते भी फूल आना बंद हो जाता है। बाज़ार से ख़रीदी गई महँगी खाद भी हर बार असर नहीं दिखाती है। ऐसे में एक घरेलू तरीक़ा है, जो आपकी पौधे को फिर से फूलों से भरा कर सकता है।

घर में मौजूद चावल के पानी ही आप एक बढ़िया होममेड खाद तैयार कर सकते हैं। अगर इसमें एक ख़ास चीज़ मिला दी जाए तो यह खाद फूल खिलाने के साथ साथ कीटनाशक का भी काम करेगी। इस आसान उसकी से न सिर्फ़ आपकी गुलाबों गुडहल में ढेर सारे फूल आएंगे, बल्कि पौधे ज़्यादा हरे भरे भी नज़र आएंगे। चलिए जानते हैं कैसे बनाना है ये चमत्कारी घोल।

गुड़हल-गुलाब में फूल न आने के कारण

गर्मी, पोषण की कमी या मिट्टी की गुणवत्ता खराब होने से अक्सर गुड़हल और गुलाब के पौधे फूल देना बंद कर देते हैं। बाजार से मिलने वाले महंगे फर्टिलाइज़र का प्रयोग करना हमेशा सुरक्षित नहीं होता, क्योंकि इनमें केमिकल्स होते हैं जो पौधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में घर पर मौजूद चीजों से एक नेचुरल फर्टिलाइज़र बनाना न केवल आसान है, बल्कि पौधों के लिए बेहद फायदेमंद भी है।

चावल के पानी में अगर थोड़ी सी नीम की खली मिला दी जाए, तो यह एक बेहतरीन ऑर्गेनिक खाद और प्राकृतिक कीटनाशक बन जाता है। नीम की खली में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण पौधों को स्वस्थ रखते हैं, जबकि चावल का पानी पौधों को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है।

चावल के पानी और नीम खली से कैसे तैयार करें घरेलू फ़र्टिलाइज़र

चावल का पानी यानी वह पानी जिसमें चावल धोए या उबाले जाते हैं, पौधों के लिए बेहद पौष्टिक होता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, विटामिन बी और मिनरल्स होते हैं जो पौधों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और फूलों की संख्या बढ़ाते हैं।

घरेलू फ़र्टिलाइज़र बनाने का तरीका

  • 1 कप चावल को धोने के बाद उसका पानी अलग कर लें।
  • इसमें 2 चम्मच नीम खली पाउडर मिलाएं।
  • इस मिश्रण को 24 घंटे के लिए ढककर छोड़ दें ताकि नीम खली के पोषक तत्व पानी में घुल जाएं।
  • इसके बाद इस पानी को सीधे पौधों की जड़ों में डालें।
  • यह उपाय सप्ताह में 1 बार करना सबसे अच्छा रहता है।
  • यह मिश्रण न केवल फूलों की संख्या बढ़ाता है, बल्कि जड़ों को मजबूत बनाता है और मिट्टी में छुपे कीटों को भी मारता है।

गुलाब और गुड़हल के पौधों के लिए देखभाल के टिप्स

  •  गुड़हल और गुलाब दोनों को प्रतिदिन कम से कम 5-6 घंटे की सीधी धूप चाहिए होती है।
  • मिट्टी में नमी बनी रहे, लेकिन पानी जमा न हो, इसका ध्यान रखें। गहरी सिंचाई करें लेकिन बार-बार पानी देने से बचें।
  •  हर 2 महीने में सूखी और मुरझाई शाखाओं को काटते रहें ताकि नई कोंपलें निकलें। इससे पौधा ज्यादा ऊर्जा फूलों में लगाएगा।
  •  पौधों के लिए ढीली, जलनिकासी वाली और खाद से भरपूर मिट्टी सबसे अच्छी रहती है।

नीम का पानी स्प्रे

  • 50 ग्राम नीम की पत्तियों को पीसकर 1 लीटर पानी में मिलाएं।
  • इस मिश्रण को 12 घंटे छोड़ दें और फिर छानकर पौधों पर छिड़काव करें।
  • यह नेचुरल स्प्रे पौधों को कीटों से बचाता है और फूलों को बढ़ावा देता है।

लहसुन का स्प्रे

  • 5-6 लहसुन की कलियों को पीसकर 1 लीटर पानी में मिलाएं।
  • इसमें थोड़ा सा नीम का तेल मिलाकर स्प्रे करें।
  • यह फंगस और बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करता है।

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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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