MP Breaking News
Fri, Dec 19, 2025

बचपन की यादों से लेकर कॉलेज के किस्सों तक, इन खास शायरियों से मनाएं दोस्ती का जश्न

Written by:Bhawna Choubey
Published:
Last Updated:
Friendship Day 2025 के मौके पर अपने बचपन के यार या कॉलेज के बेस्ट फ्रेंड को करवाएं स्पेशल फील। इस आर्टिकल में मिलेंगी दिल को छू लेने वाली दोस्ती शायरी, जो आपकी फीलिंग्स को बखूबी बयां करेंगी। शेयर करें ये प्यारे अल्फाज़ और बढ़ाएं अपने रिश्ते की मिठास।
बचपन की यादों से लेकर कॉलेज के किस्सों तक, इन खास शायरियों से मनाएं दोस्ती का जश्न

बचपन की वो यादें जब एक टॉफी पर लड़ते थे और दो मिनट में फिर दोस्त बन जाते थे, या कॉलेज के वो दिन जब बंक मारकर साथ मूवी देखते थे, ऐसी यादों का नाम ही तो दोस्ती है और इस रिश्ते को खास बनाने के लिए फ्रेंडशिप डे से बेहतर मौका और क्या हो सकता है?

Friendship Day 2025 आ रहा है और ऐसे में अपने दोस्तों को कुछ अलग और दिल से भेजना चाहते हैं तो ये शायरी आपके काम आ सकती है। न कोई तोहफा, न कोई बड़ी बात बस कुछ दिल से निकले लफ्ज़, जो आपके रिश्ते को और मजबूत कर देंगे।

शायरी बन जाती है दोस्ती की आवाज़

दोस्ती कोई समझौता नहीं, एक एहसास है। ये वो रिश्ता है जो खून का न होकर भी जान से प्यारा होता है। ऐसे रिश्ते की खूबसूरती को अगर बयां करना है तो शायरी से बेहतर तरीका क्या हो सकता है? चाहे आप रोज़ बात करते हों या सालों बाद मिलें, एक शायरी आपके दिल की बात कह जाती है।

फ्रेंडशिप डे 2025 के लिए चुनिंदा शायरियां

“तेरी मेरी दोस्ती का सिलसिला कुछ खास है,
तू नहीं पास फिर भी तू हर बात के पास है।”

“नफ़रतों के दौर में दोस्ती का पैगाम हो तुम,
इस भीड़ भरी दुनिया में मेरे लिए आराम हो तुम।”

“कभी तकरार, कभी मस्ती, कभी रूठना-मनाना,
तेरी दोस्ती है जैसे बचपन का खज़ाना।”

तेरी बातें हों या तेरी हंसी,
हर लम्हा लगता है ज़िंदगी सी।
तेरे बिना अधूरी है ये दास्तां,
क्योंकि तू ही है मेरी दोस्ती की पहचान।

न पैसे की चाह, न शोहरत का ख्वाब,
बस दोस्ती में हो सच्चाई जनाब।
साथ चलें चाहे मुश्किलों की राह हो,
तेरी दोस्ती का हर मोड़ खास हो।

वक़्त बदलता है, चेहरे बदल जाते हैं,
पर सच्चे दोस्त कभी नहीं बदलते।
हर तूफान में साथ निभाते हैं,
कंधे से कंधा मिलाकर चलना सिखाते हैं।

दोस्ती में जताने से नहीं, निभाने से होता है असर

फ्रेंडशिप सिर्फ एक दिन का त्योहार नहीं, ये हर दिन जीने वाला एहसास है। लेकिन अगर एक दिन हो जहां आप अपने जज़्बात को खुले तौर पर ज़ाहिर कर सकते हैं, तो क्यों न करें? इन शायरियों के ज़रिए आप वो बात कह सकते हैं जो शब्दों में कहना मुश्किल होता है।