Gardening Tips : अगर आप घर पर केरल की इलायची उगना चाहते हैं, तो आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे। जिसके माध्यम से आप गमले में बहुत ही आसानी से प्लाटिंग कर सकते हैं। इसके लिए आपको बार-बार मार्केट जाने की आवश्यकता नहीं है और आप अपने खाने का टेस्ट भी बढ़ा सकते हैं।
लोगों को गार्डनिंग करने का बेहद ज्यादा शौक होता है। इसके लिए लोग तरह-तरह के फूल और फल के पौधे लगाते हैं, लेकिन जगह की कमी होने के कारण शहर में रहने वाले लोग गमले में प्लाटिंग करते हैं। कम जगह पर पौधे लगाना घर की सजावट को भी बढ़ा देता है। ऐसे में यदि आप केरल की इलायची उगना चाहते हैं, तो इन स्टेप्स को फॉलो करें।
ऐसे उगाएं इलायची (Gardening Tips)
- नर्सरी में मीडियम साइज का गमला खरीद कर लाएं।
- जिसमें मिट्टी भरकर पानी डालकर हल्की सी नमी करें।
- अब इसमें रेत और गोबर की खाद को मिलाएं।
- इसके पहले गिलास में इलायची के बीजों को भीगा दें।
- ध्यान दें जो बीज पानी के ऊपर तैरने लगे, उन्हें ना बोएं क्योंकि वह खराब होते हैं।
- अब गमले में इलायची का पौधा या फिर बीज की रोपाई कर दें।
- मिट्टी में अब उन बीजों को रोकने के बाद हल्का सा पानी दें।
- फिर उसे गमले को उठाकर धूप में रखें, जहां पर हल्की रोशनी पड़ती हो।
- एक सप्ताह के अंदर यह पौधा उग जाएगा।
- जिसमें आप नियमित तौर पर पानी देते रहें।
- आप इसमें वर्मी कंपोस्ट भी डाल सकते हैं।
- आपका पौधा तैयार होने में 3 से 4 साल लग सकता है।
इलायची के फायदे (Cardamom Benefits)
केरल की इलायची को खाने का टेस्ट बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसकी खुशबू काफी अच्छी होती है, जिसे अक्सर मिठाई, चाय सहित अन्य खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, इसे औषधि के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। इलायची तीन प्रकार के होते हैं। जिनमें हरी इलायची, काली इलायची और ताम्बा इलायची शामिल है, जिसका वैज्ञानिक नाम Elettaria Cardamomum है। इसे खाने से शरीर में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होता है, जिससे बहुत सारी बीमारियां दूर होती है। इसको आप पाउडर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।





