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Fri, Dec 19, 2025

GenZ को अब इश्क़ में नहीं पसंद लंबी बातें, जानिए क्यों छा रहा है रिलेशनशिप में ‘साइलेंस लव’ का ट्रेंड

Written by:Bhawna Choubey
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GenZ की सोच में आया बड़ा बदलाव। अब रिश्तों में दिखावा नहीं, सुकून और समझदारी है अहम। सोशल मीडिया पर प्यार का इज़हार नहीं, बल्कि निजी पल साझा करना है ट्रेंड। Soft Launch, Quiet Love और Low-Key Relationships बन रहे हैं इस पीढ़ी के नए रिलेशनशिप गोल्स।
GenZ को अब इश्क़ में नहीं पसंद लंबी बातें, जानिए क्यों छा रहा है रिलेशनशिप में ‘साइलेंस लव’ का ट्रेंड

प्यार अब वैसा नहीं रहा जैसा पहले हुआ करता था। जहां पहले लोग अपने रिश्तों को सोशल मीडिया पर दिखाना पसंद करते थे, वहीं अब GenZ ने एक नया ट्रेंड शुरू कर दिया है, ‘Quiet Relationships’। न इंस्टा स्टोरी में बॉयफ्रेंड की फोटो, न हर डेट की पोस्ट। इस पीढ़ी को प्यार चाहिए, लेकिन चुपचाप।

GenZ अब रिश्तों को दिखावे से ज्यादा महसूस करने में यकीन रखती है। Soft Launch, Low-Key Dating और Quiet Love जैसे ट्रेंड्स सिर्फ शब्द नहीं हैं, बल्कि एक नई सोच के प्रतीक बन चुके हैं। इस सोच में प्यार को इज़हार से ज़्यादा एहसास की ज़रूरत है।

‘Soft Launch’ क्या होता है

Soft Launch का मतलब है, बिना खुलकर रिश्ते की घोषणा किए, सिर्फ इशारों में कुछ दिखाना। जैसे किसी तस्वीर में बस हाथ दिखाना, कोई बैक साइड से फोटो डालना या फिर बस दो कॉफ़ी मग की तस्वीर पोस्ट करना। इससे रिश्ते की झलक तो मिलती है, लेकिन नाम और चेहरा नहीं।

इस ट्रेंड का मकसद है, रिश्ते की प्राइवेसी बनाए रखना और जब तक रिश्ता मजबूत न हो जाए, तब तक सोशल मीडिया से दूर रखना। GenZ मानती है कि हर बात सबके साथ शेयर करना ज़रूरी नहीं। वो चाहती है कि उनका प्यार सिर्फ उनका हो, न कि सबका टॉपिक ऑफ गॉसिप बनना।

क्या होता है ‘Quiet Love’

‘Quiet Love’ यानी वो प्यार जो बिना कहे भी सब कुछ कह जाता है। इस ट्रेंड में कपल्स अपने रिश्तों को लेकर सोशल मीडिया पर बकर-बकर नहीं करते, न वेलेंटाइन डे की तस्वीरें, न लव यू पोस्ट। ये लोग अपने रिश्ते को पर्सनल और प्राइवेट रखना पसंद करते हैं।

ऐसे कपल्स को लगता है कि जो सच्चा रिश्ता होता है, वो दिखावे का मोहताज नहीं होता। GenZ अब रिश्तों में गहराई, ईमानदारी और इमोशनल कनेक्शन ढूंढ रही है, न कि पब्लिक अप्रूवल। उनकी नजर में प्यार अब एक सोशल स्टेटस नहीं, बल्कि एक शांत सफर है।

‘Low-Key Relationships’ क्या होता है

Low-Key Relationship का मतलब है, ऐसा रिश्ता जिसमें दुनिया की परवाह किए बिना दो लोग एक-दूसरे को समय देते हैं। ऐसे रिश्ते में ना ‘कपल गोल्स’ दिखाए जाते हैं, ना ही ‘हम साथ-साथ हैं’ वाली पोस्ट्स। बस एक-दूसरे के साथ रहना ही काफी होता है।

यह ट्रेंड खासकर उन लोगों में ज़्यादा देखा जा रहा है जो सोशल मीडिया से थक चुके हैं। उन्हें लगता है कि दुनिया को रिश्तों की सच्चाई जानने की ज़रूरत नहीं, और पब्लिक ओपिनियन से रिश्ते की वैल्यू नहीं घटती या बढ़ती।

GenZ की सोच में आया इमोशनल मैच्योरिटी का बदलाव

आज की युवा पीढ़ी अपने करियर, मेंटल हेल्थ और पर्सनल स्पेस को पहले से ज़्यादा अहमियत देती है। यही वजह है कि अब प्यार उनके लिए एक शो-ऑफ की चीज नहीं, बल्कि एक सहारा और सुकून देने वाला रिश्ता बन चुका है। GenZ ये समझती है कि प्यार की गहराई दिखावे से नहीं, भरोसे और समझदारी से मापी जाती है।

सोशल मीडिया से दूर

जहां पहले रिलेशनशिप स्टेटस अपडेट करना सबसे बड़ी बात मानी जाती थी, अब वही GenZ अपने रिश्ते को फ्रेंड्स और फॉलोअर्स से दूर रख रही है। ये लोग अपने प्यार को सिर्फ उस इंसान के लिए बचा कर रखना चाहते हैं, जिससे उन्हें सच्चा कनेक्शन महसूस होता है। बिना किसी सोशल प्रेशर के रिश्ता निभाना उनके लिए ज्यादा मायने रखता है।