गर्मियों में बाग़वानी करने का शौक़ रखने वालों के लिए गूगल का पौधा (Hibiscus Plant) एक बेहतरीन ऑप्शन है। इसके बड़े बड़े रंग बिरंगे फूल न सिर्फ़ घर की ख़ूबसूरती बढ़ाते हैं बल्कि माहौल को और भी ताज़ा और ख़ुशबूदार बना देते हैं। ख़ास बात यह है कि गर्मी के मौसम में गुडहल का पौधा अच्छी तरह फलता फूलता है, बस ज़रूरत होती है थोड़ी सी देखभाल की।
अगर आप सोच रहे हैं कि गमले में गुड़हल का पौधा कैसे हो गाया जाए या फिर गर्मियों में ही सही देखभाल कैसे करें तो यह जानकारी आपके लिए काम आ सकती है। सही मिट्टी धूप और पानी देने का तरीक़ा जान लेना बहुत ज़रूरी है, जिससे की घर में ख़ूबसूरत गुड़हल फूल खिल सके। चलिए फिर आगे जानते हैं कुछ आसान तरीक़ों के बारे में।

गमले में कैसे उगाएं गुड़हल का पौधा?
गुड़हल का पौधा (Hibiscus Plant) गर्म और धूप वाले मौसम में खिलता है, और इसे घर में लगाना बेहद शुभ माना जाता है। इसकी बड़ी-बड़ी लाल, पीली या गुलाबी फूल न केवल दिखने में खूबसूरत होते हैं, बल्कि कई जगहों पर पूजा-पाठ में भी इनका उपयोग होता है। अगर आपके पास गार्डन नहीं है तो चिंता मत कीजिए, गमले में भी इसे आसानी से उगाया जा सकता है। बस सही मिट्टी, धूप और पानी देने की जरूरत है।
गुड़हल का पौधा लगाने की सही विधि
गुड़हल का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले आपको एक अच्छे आकार का गमला चाहिए जिसमें नीचे से पानी निकलने का रास्ता हो। गमला बहुत छोटा न हो क्योंकि इसकी जड़ें फैलती हैं। गमले की मिट्टी में 50% सामान्य मिट्टी, 25% गोबर की खाद और 25% रेत या कोकोपीट मिला लें, ताकि पानी जल्दी निकल सके और पौधे को सही पोषण भी मिले।
कटिंग या पौधा दोनों से गुड़हल लगाया जा सकता है, लेकिन अगर आप शुरुआती हैं तो तैयार पौधा ही लें। इसे मिट्टी में लगाकर अच्छे से दबाएं और फिर ऊपर से पानी दें। पहले कुछ दिनों तक पौधे को हल्की धूप में रखें और फिर धीरे-धीरे तेज धूप में शिफ्ट करें। गुड़हल को उगाने का सबसे अच्छा समय गर्मियों की शुरुआत यानी मार्च से मई के बीच होता है।
गुड़हल के पौधे को कैसे दें सही देखभाल
गुड़हल के पौधे को ज्यादा मेहनत नहीं चाहिए, लेकिन कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना होता है। सबसे पहले, इसे धूप बहुत पसंद है, इसलिए इसे ऐसी जगह रखें जहां रोजाना कम से कम 5-6 घंटे सीधी धूप मिले। अगर धूप नहीं मिलेगी तो पौधा तो रहेगा लेकिन फूल नहीं आएंगे।
पानी उतना ही दें जितना ज़रूरी हो। गर्मियों में हर दूसरे दिन और सर्दियों में 3-4 दिन के अंतर से पानी दें। मिट्टी सूखी दिखे तो ही पानी डालें, वरना जड़ें सड़ सकती हैं। महीने में एक बार गोबर की खाद या घर में बनी जैविक खाद जरूर डालें, इससे पौधा हरा-भरा रहेगा और फूल ज्यादा आएंगे। गुड़हल में कभी-कभी कीड़े लग सकते हैं, ऐसे में नीम का तेल या घर में बना कोई जैविक कीटनाशक इस्तेमाल करें।
गमले में गुड़हल लगाते वक्त किन गलतियों से बचें
गुड़हल के पौधे की ग्रोथ और फूल आने में रुकावट तब आती है जब गमले की मिट्टी सही नहीं होती या उसमें पानी रुकने लगता है। इसलिए कभी भी भारी और चिकनी मिट्टी का इस्तेमाल न करें।
अगर पौधा लगाते वक्त ड्रेनेज का ध्यान नहीं रखेंगे, तो ज्यादा पानी से जड़ें गल सकती हैं। इसके अलावा, बार-बार गमला शिफ्ट करने से भी पौधा कमजोर हो जाता है। कोशिश करें कि पौधा एक बार जहां रख दिया जाए, वहीं उसे नियमित धूप और छांव मिलती रहे।
एक और जरूरी बात, बहुत जल्दी-जल्दी खाद या केमिकल फर्टिलाइज़र डालने से भी नुकसान हो सकता है। हर चीज़ की एक लिमिट होनी चाहिए, नहीं तो पौधे पर उल्टा असर पड़ता है।