घर के बगीचे की शोभा बढ़ाने वाली मधुमालती की बेल (Madhumalti Plant) अगर सूखी-सूखी और बिना फूलों के नजर आ रही है, तो आपको महंगे खाद या फर्टिलाइज़र खरीदने की जरूरत नहीं है। आपकी रसोई में ही ऐसे कई जादुई उपाय छिपे हैं जो आपकी बेल को दोबारा हरा-भरा बना सकते हैं।
मधुमालती एक खूबसूरत और तेजी से फैलने वाली बेल होती है जो आमतौर पर गर्मियों और बरसात में खूब फूल देती है। लेकिन अगर इसका सही ख्याल न रखा जाए, तो ये सूखने लगती है। ऐसे में जानिए कुछ आसान किचन टिप्स, जिनसे आपकी बेल फिर से खिल उठेगी।
चाय की पत्ती और सब्जियों का पानी
मधुमालती को पोषण देने के लिए इस्तेमाल की गई चाय की पत्तियां बेहद असरदार होती हैं। चाय की पत्तियों को अच्छे से धोकर सीधे मिट्टी में मिला दें। इसके अलावा उबली हुई सब्जियों का पानी बेल को सींचने में इस्तेमाल करें। इससे पौधे को जरूरी मिनरल्स और नमी मिलेगी।
केले के छिलके और अंडे का छिलका
केले के छिलकों में पोटैशियम और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में होता है, जो फूलों की वृद्धि में मदद करता है। इन छिलकों को छोटे टुकड़ों में काटकर गमले की मिट्टी में मिलाएं। वहीं, अंडों के छिलके में मौजूद कैल्शियम जड़ों को मजबूत करता है और मिट्टी की क्वालिटी बढ़ाता है।
नीम का पानी और सरसों खली
अगर आपकी मधुमालती में पीलापन या कीड़े लग रहे हैं, तो नीम की पत्तियों को उबालकर उसका पानी ठंडा करके छिड़कें। यह एक नेचुरल कीटनाशक की तरह काम करता है। साथ ही सरसों खली (सरसों के तेल का बचा हिस्सा) को पानी में भिगोकर हफ्ते में एक बार बेल को देने से ये तेजी से बढ़ती है।





