Health: सर्दियों के मौसम में गले में खराश, खांसी और सीने में बलगम जमना आम समस्या बन जाती है, जो न केवल असहजता पैदा करती है बल्कि सांस लेने में भी मुश्किल कर सकती है। खासतौर पर सुबह के समय गला भरा हुआ महसूस होता है, जिससे दिन भर की ऊर्जा भी प्रभावित हो सकती है।
इस समस्या से राहत पाने के लिए आज हम आपके लिए एक ऐसा नुस्खा लेकर आए हैं, जिनका इस्तेमाल दादी-नानी भी अपने जमाने में किया करती थी। यह नुस्खा एक काढ़ा है, जो सर्दी में सीने की जकड़न और बलगम से निजात दिलाने में बहुत असरदार है। इसे अपनाकर आप ठंड के दिनों में खुद को बेहतर महसूस कर सकते हैं।
काढ़ा बनाने के लिए सामग्री:
2 से 3 तेज पत्ते
1 छोटा टुकड़ा अदरक कद्दूकस किया हुआ
1 टुकड़ा दालचीनी की छाल
1 कप पानी
शहद (स्वाद के अनुसार)
काढ़ा बनाने की विधि:
1. सबसे पहले एक पेन में एक कप पानी डालें और उसे उबालने के लिए रखें।
2. पानी में दो-तीन तेज पत्ते, एक छोटा टुकड़ा कद्दूकस किया हुआ अदरक और एक टुकड़ा दालचीनी की छाल डालें।
3. इन सामग्रियों को पानी में डालने के बाद इसे उबलने दें। जब पानी आधा रह जाए और सामग्री का अच्छा स्वाद पानी में घुल जाए, तो इसे छान लें।
4. तैयार करने में स्वाद अनुसार शहद डालें। शहद से न केवल काढ़ा मीठा होता है, बल्कि यह गले को भी राहत देता है।
5. काढ़े को गुनगुना ही करके पिएं, ताकि इसका पूरा लाभ मिल सके। यह आपके गले की खराश, खांसी और सीने में जमा बलगम को आसानी से निकालने में मदद करेगा।
काढ़ा पीने के फायदे
तेज पत्ते में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो बलगम को ढीला करने और गले को साफ करने में मदद करते हैं। अदरक में प्राकृतिक सूजन कम करने वाले गुण होते हैं, जो गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। दालचीनी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरस गुण होते हैं, जो सर्दी, खांसी और जुकाम से लड़ने में सहायक होते हैं। यह सभी सामग्रियां मिलकर एक प्रभावी काढ़ा बनाती है, जो ठंड के मौसम में शारीरिक आराम और सुकून प्रदान करती है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।