गुड़हल का पौधा वैसे तो गर्मी और बारिश दोनों मौसम में खूब फूल देता है, लेकिन कई बार हम पूरा ख्याल रखने के बाद भी उसमें एक भी कली नहीं आती। खासकर मानसून के मौसम में जब बाकी पौधे लहलहा रहे हों और गुड़हल (Hibiscus) सूना पड़ा हो, तो मायूसी होना लाज़मी है।
अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो अब चिंता छोड़िए। एक बेहद आसान, रसायन मुक्त घरेलू घोल है जिसे पौधे की जड़ में छिपाकर डालने से हफ्तेभर के अंदर गुड़हल में कलियों की बारिश शुरू हो जाती है। न कोई महंगी खाद, न कोई जटिल तरीका।
गुड़हल में फूल नहीं आ रहे? तो अपनाएं ये देसी घोल वाला असरदार तरीका
क्या है ये घरेलू घोल और कैसे बनाएं?
इस असरदार घोल को आप केले के छिलके और गुड़ से बना सकते हैं। 2 केले के छिलके, 1 चम्मच गुड़ और 1 लीटर पानी लें। सबको मिक्सर में पीस लें और 2 दिन तक ढककर किसी छांव वाली जगह पर रख दें। 48 घंटे बाद यह घोल तैयार है, इसे छानकर पौधे की जड़ में डालें।
कब और कैसे डालना है ये घोल?
इस घोल को सुबह के वक्त डालना सबसे बेहतर रहता है, जब धूप हल्की हो। हफ्ते में एक बार इस घोल का इस्तेमाल करें। ध्यान रखें कि घोल सीधा पत्तियों या फूलों पर न पड़े, केवल जड़ में डालें। डालने के बाद मिट्टी को थोड़ा ढक दें ताकि बदबू या कीड़े न लगें।
हफ्ते भर में दिखने लगेंगे असर
इस देसी घोल का असर बहुत जल्दी दिखता है। 5 से 7 दिन में पौधे में हल्की-हल्की कलियां दिखने लगेंगी। 2 हफ्तों के अंदर फूल भी आ सकते हैं, बशर्ते पौधा धूप में रखा हो और पानी सही मात्रा में दिया जा रहा हो। साथ ही मिट्टी में नमी बनी रहे, ये भी जरूरी है।





