गर्मियों के दिनों में गुडहल के पौधे (Hibiscus Plant Care) को ख़ास देखभाल की आवश्यकता होती है। तेज धूप और ज़्यादा गर्मी में पौधे जल्दी मुरझाने लगते हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि उसकी मिट्टी में नमी बनी रहेगी और पौधा ज़्यादा देर तक सीधी धूप में न रहे। अगर आप चाहते हैं कि आपके गुडहल के पौधे में ख़ूब सारी गलियाँ और बड़े बड़े रंग बिरंगे फूल लगते रहे, तो इसके लिए आपको थोड़ा ख़ास ध्यान देना होगा।
आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे अपनाकर आप अपने गुड़हल के पौधे को मज़बूत और हरा भरा बना सकते हैं। ये चीज़ें आपके किचन में ही मौजूद है और इसे फर्टिलाइजर की तरह इस्तेमाल करने से मोदी को ज़रूरी पोषक तत्व भी मिलते हैं। इससे न सिर्फ़ फूलों की संख्या बढ़ती है, बल्कि बाद ही भी स्वस्थ रहते हैं।

गुड़हल के पौधे की देखभाल में ये आसान ट्रिक
गर्मी के मौसम में अक्सर गुड़हल के पौधों की हालत खराब हो जाती है। पौधा मुरझा जाता है या उसमें फूल कम लगते हैं। इतना ही नहीं, सफेद छोटे-छोटे कीड़े यानी मिलीबग्स भी इसकी पत्तियों और तनों पर चिपक जाते हैं। ऐसे में लोग महंगे-महंगे कैमिकल्स डालते हैं, लेकिन हम आपको एक आसान घरेलू तरीका बता रहे हैं। इसके लिए बस किचन में रखी एक चीज चाहिए, चीनी।
गुड़हल के पौधे में चीनी डालने के फायदे
गुड़हल के पौधे में एक चम्मच चीनी डालने से उसमें नेचुरल एनर्जी बढ़ती है। मिट्टी में चीनी डालने से पौधों की जड़ें मजबूत होती हैं और पौधा तेजी से बढ़ता है। साथ ही, इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पौधे को नई ऊर्जा देती है, जिससे कलियों और फूलों की संख्या बढ़ जाती है।
कैसे करें इस्तेमाल
एक लीटर पानी में एक चम्मच चीनी घोलकर सीधे पौधे की जड़ में डालें। ये काम हफ्ते में एक बार करें। ध्यान रखें, ज्यादा मात्रा में चीनी डालने से पौधे को नुकसान भी हो सकता है। चीनी में मौजूद पोषक तत्व पौधे की इम्युनिटी बढ़ाते हैं, जिससे कीड़े भी उससे दूर रहते हैं। खासतौर पर मिलीबग्स का असर कम होने लगता है और पौधा चमकने लगता है।
गुड़हल के पौधे को मिलीबग्स से कैसे बचाएं?
गुड़हल के पौधों पर सबसे ज्यादा खतरा मिलीबग्स का ही होता है। ये सफेद रूई जैसे कीड़े पत्तियों और तनों पर चिपक जाते हैं और पौधे का रस चूस लेते हैं। इससे पौधा कमजोर हो जाता है और फूल भी नहीं आते। घर में ही नीम का तेल और डिटर्जेंट पानी में मिलाकर स्प्रे बनाएं।
500 मिली लीटर पानी में 5 मिली लीटर नीम का तेल और आधा चम्मच डिटर्जेंट मिलाकर अच्छे से घोलें और हफ्ते में 2 बार पौधों पर स्प्रे करें। इससे मिलीबग्स का असर कम होगा और पौधे को बिना कैमिकल्स के सुरक्षित रखा जा सकता है। अगर समय न हो, तो मिले हुए मिलीबग्स को गीले कपड़े से भी साफ किया जा सकता है।