गुड़हल का फ़ायदा हर घर के बग़ीचे की शान होता है। इसके लाल, पीले और गुलाबी रंग के फूल देखने में जितने सुन्दर लगते हैं उतना ही इनका महत्व है। कई बार इनकी देखभाल करना थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है। अगर आपकी गुड़हल के पौधों (Hibiscus Plant Care) में फूल कमा रहे हैं या पत्तियाँ कमज़ोर हो रही है, तो हो सकता है कि उसे सही पोषण नहीं मिल रहा हो।
ऐसे में ज़रूरी है कि आप पौधे को सही समय पर, सही तरीक़े से अच्छी खाद दें। एक ख़ास तरह की खाद है जो ना सिर्फ़ गुडहल को तेज़ी से बढ़ाने में मदद करती है बल्कि उसके कीड़े भी दूर कर देती है। इस खाद का नियमित इस्तेमाल करने से फूलों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है और पौधा हरा भरा नज़र आता है।

गुड़हल के फूल नहीं आ रहे?
गुड़हल का पौधा बहुत ही आम लेकिन खूबसूरत फूल देने वाला पौधा है। ये ना सिर्फ घर की शोभा बढ़ाता है, बल्कि पूजा-पाठ में भी खूब काम आता है। लेकिन कई बार देखरेख के बाद भी पौधे में फूल नहीं आते या पत्ते पीले पड़ने लगते हैं। ऐसे में एक घरेलू नुस्खा है जो माली भी हर किसी को नहीं बताता। बस एक बार इसे इस्तेमाल कीजिए और देखिए, कैसे पौधा लगातार फूल देना शुरू कर देगा।
पौधे को चाहिए खास ट्रीटमेंट
गुड़हल का पौधा ज्यादा देखभाल नहीं मांगता लेकिन अगर आप चाहते हैं कि हर दिन उसमें नए फूल खिलें, तो एक खास खाद डालना जरूरी होता है। इसके लिए आप घर में मौजूद किचन वेस्ट यानी बची हुई चाय पत्ती, केले का छिलका और छाछ का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन तीनों चीजों को मिक्स करके एक बार पौधे की जड़ में डाल दें। चाय की पत्ती मिट्टी को नर्म बनाती है, केले का छिलका पोटैशियम और फॉस्फोरस से भरपूर होता है जो फूलों की संख्या बढ़ाता है, और छाछ मिट्टी में अच्छे बैक्टीरिया बढ़ाकर पौधे की ग्रोथ को बूस्ट करता है। ये तरीका एक बार अपनाने के बाद 15–20 दिनों तक असर दिखाता है।
गुड़हल के पौधे में फूल लाने के घरेलू उपाय
अगर आपके पौधे में फूल नहीं आ रहे, तो सबसे पहले उसकी जगह, धूप और पानी की जांच करें। गुड़हल को सीधी धूप कम से कम 4-5 घंटे चाहिए। अगर ये धूप से वंचित रहता है, तो फूल आना बंद हो जाता है।
दूसरा, पानी ज़रूरत से ज्यादा देने से इसकी जड़ें सड़ने लगती हैं, जिससे पौधा कमजोर हो जाता है। हमेशा सुबह या शाम को हल्का पानी दें। साथ ही महीने में एक बार गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट देना पौधे की सेहत के लिए जरूरी होता है।
गार्डनिंग एक्सपर्ट्स की मानें तो गुड़हल को समय-समय पर छांटना यानी प्रूनिंग करना भी जरूरी है ताकि नई टहनियां तेजी से बढ़ें और उन पर ज्यादा फूल आएं।
गुड़हल के फायदे और जरूरी देखभाल
गुड़हल सिर्फ दिखने में सुंदर नहीं होता, बल्कि इसके कई फायदे भी हैं। आयुर्वेद में गुड़हल को बालों के लिए फायदेमंद माना गया है। इसकी पत्तियों से बना पेस्ट बालों की ग्रोथ बढ़ाता है और डैंड्रफ को कम करता है। साथ ही, ये फूल पूजा-पाठ में मां दुर्गा और भगवान शिव को अर्पित किए जाते हैं, जिससे इसे धार्मिक दृष्टि से भी खास माना जाता है।
इसलिए इसकी अच्छी देखभाल जरूरी है। पौधे को महीने में एक बार नीम ऑयल का स्प्रे करना चाहिए ताकि उसमें कीड़े न लगें।
अगर आप इसे गमले में उगा रहे हैं, तो हर 6 महीने में उसकी मिट्टी बदलें और उसमें थोड़ी रेत मिलाएं ताकि ड्रेनेज सिस्टम अच्छा बना रहे।