गुड़हल की सिर्फ 1 डंडी से उगाएं हरा-भरा पौधा, इतने फूल खिलेंगे कि हर कोई देखता रह जाएगा

अगर आप गमले में खूबसूरत और हरे-भरे फूलों वाला पौधा उगाना चाहते हैं, तो गुड़हल (Hibiscus) से बेहतर विकल्प कुछ नहीं। अच्छी बात ये है कि इसे आप सिर्फ एक कटिंग से भी आसानी से उगा सकते हैं।

जिन लोगों को घर में तरह-तरह के रंग-बिरंगे फूलों के पौधे लगाने का शौक़ होता है वे लोग अपने घर में गुड़हल का पौधा ज़रूर लगाते हैं। गाँव में अधिकतर लोगों के घरों में ज़्यादा जगह होती है इसलिए वे लोग ज़मीन में गुड़हल का पौधा लगाते हैं, शहर में रहने वाले लोगों के पास इतनी जगह नहीं होती है इसलिए वे लोग अपनी छत और बालकनी में गमले में गुड़हल का पौधा लगाते हैं।

गुड़हल का पौधा अपने चमकदार बड़े-बड़े लाल फूलों के कारण मशहूर है। कई जगहों पर गुड़हल के फूल को लाल फूल और देवी का फूल भी कहा जाता है। यह फूल माँ दुर्गा को अत्यंत प्रिय है, इतना ही नहीं पूजा-पाठ के अलावा गुड़हल के फूलों का इस्तेमाल कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट और आयुर्वेदिक दवाओं में भी किया जाता है। ऐसे में अब आप सोच ही सकते है कि गुड़हल के पौधे को घर में लगाने से कितने फ़ायदे मिलते हैं।

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घर में कैसे लगाएं गुड़हल का पौधा? (Hibiscus Plant)

क्या आप जानते हैं कि आप गुड़हल का पौधा आसानी से कटिंग की मदद से लगा सकते हैं। बहुत लोगों को ऐसा लगता है कि कटिंग की मदद से पौधा लगाना मुश्किल होता है। लेकिन हम आपको बता दें, यह इतना भी मुश्किल नहीं होता है, आप आसानी से कटिंग की मदद से गमले में ही गुड़हल का पौधा लगा सकते हैं, आज हम आपको इस आर्टिकल में स्टेप बाय स्टेप बताएंगे कि आप कैसे गुड़हल का पौधा घर में लगा सकते हैं।

कटिंग की मदद से कैसे लगाएं गुड़हल का पौधा?

अगर आप कटिंग की मदद से गुड़हल का पौधा लगाना चाहते हैं, तो सबसे पहले एक हेल्दी पौधे से तने की कटिंग करें, इस कटिंग से अब आप नया पौधा तैयार करें। इस बात का ध्यान रखें कि जिस भी चीज़ से आप पौधे की कटिंग काट रहे हैं वह साफ़ होना चाहिए। इसके अलावा कटिंग पत्तियों से भरी हुई होनी चाहिए।

कटिंग के खुले हिस्से में लगाएं हल्दी या मोम

अगर आपके मन में यह सवाल है कि आख़िर इतनी बड़ी कटिंग चाहिए तो आपको नया पौधा उगाने के लिए छह से सात इंच की कटिंग लेनी है। कटिंग को हमेशा तिरछा काटे सीधा नहीं। अगर आप कटिंग काट चुके हैं, तो दूसरा स्टेप यह है की कटिंग के खुले हुए हिस्सों में आपको हल्दी या फिर मोम लगाना है। ऐसा इसलिए करना है ताकि उसमें किसी तरह का इन्फेक्शन न फैले।

गुड़हल के पौधे के लिए मिट्टी कैसे तैयार करें?

किसी भी पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए ज़रूरी है कि मिट्टी पोषक तत्वों से भरी हुई होनी चाहिए। मिट्टी को तैयार करने के लिए, चार भाग मिट्टी में आधा भाग कंपोस्ट को अच्छे से मिक्स करें। अब इस मिश्रण को गमले में अच्छी तरह से भर दें। कटिंग के निचले हिस्से की मौजूद पत्तियों को हटा दें, कटिंग को थोड़ी देर के लिए एलोवेरा जेल में भिगोकर रखें, इसके बाद जड़ों में लगाएं, ऐसा इसलिए किया जाता है जिससे की मिट्टी में कटिंग अच्छी तरह से समा सके।

गुड़हल के पौधे में कितना पानी देना चाहिए?

सबसे पहले इस बात का ध्यान रखेंगे अगर आपने गूगल का पौधा कटिंग की मदद से लगाया है तो ज़्यादा पानी देने से हमेशा बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि कटिंग हल्की होती है ज़्यादा पानी डालने की वजह से, जड़े बनने से पहले ही ख़राब होने लगती है। जड़ों को चैक करने के लिए बार-बार कटिंग को बाहर निकालकर न देखें। शुरुआत में हल्का-हल्का पानी डालना चाहिए, जब पौधा धीरे-धीरे बड़ा होने लगे तब आप पानी की मात्रा बढ़ा सकते हैं।

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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