गुड़हल में फूल नहीं आ रहे? अपनाएं ये गर्मियों के खास टिप्स और देखें कमाल

Hibiscus Plant: गर्मी के मौसम में गुड़हल के पौधे को सही देखभाल और पोषण देने से यह फूलों से भर सकता है। यदि आपके पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं, तो कुछ आसान और असरदार उपाय अपनाकर आप इसे फिर से खिला सकते हैं। जानिए इन उपायों के बारे में और अपने गुड़हल को बनाएं खूबसूरत।

गर्मी के मौसम में गुड़हल के पौधे (Hibiscus Plant) को सही देखभाल और पोषण देने से यह अधिक फूल दे सकता है। अगर आपके गुड़हल के पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं, तो कुछ आसान और प्रभावी उपायों के माध्यम से आप इसे फिर से खिला सकते हैं। सही देखभाल और कुछ खास टिप्स अपनाकर आपके पौधे में जल्दी ही सुंदर फूल आ सकते हैं।

यहां हम आपको कुछ आसान तरीके बताएंगे, जिनसे आप अपने गुड़हल को स्वस्थ और फूलों से भरा हुआ देख सकते हैं। इन उपायों को अपनाकर न सिर्फ आपके पौधे की खूबसूरती बढ़ेगी, बल्कि यह लंबे समय तक खिलता रहेगा।

गर्मी में गुड़हल को खिलाने के लिए जरूरी देखभाल

गुड़हल के पौधे को गर्मियों में भरपूर फूल देने के लिए कुछ खास देखभाल की जरूरत होती है। सबसे पहले, पौधे को ऐसी जगह रखें जहाँ उसे सुबह की सीधी धूप मिले, क्योंकि सुबह की धूप पौधे के लिए फायदेमंद होती है। मिट्टी की नमी बनाए रखने के लिए नियमित रूप से पानी देना जरूरी है, लेकिन ध्यान रखें कि पानी अधिक न हो, जिससे जड़ें सड़ सकती हैं। मिट्टी को हल्का और जलनिकासी युक्त रखें ताकि पानी जमा न हो। पौधे की मिट्टी में गोबर की खाद या कंपोस्ट मिलाने से पौधे को आवश्यक पोषण मिलता है, जिससे फूलों की संख्या बढ़ती है।

गुड़हल में ज्यादा फूल लाने के लिए खाद 

  • मिट्टी में गोबर की खाद या कंपोस्ट मिलाने से पौधे को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे वह स्वस्थ रहता है और फूलों की संख्या बढ़ती है।
  • नीम खली को पानी में भिगोकर उसका घोल बनाएं और इसे पौधे की जड़ों में डालें। यह पौधे को पोषण देने के साथ-साथ कीटों से भी बचाता है।
  • अंडे के छिलकों को सुखाकर पीस लें और इसे मिट्टी में मिलाएं। इससे पौधे को कैल्शियम मिलता है, जो फूलों के विकास में मदद करता है।
  • प्याज के छिलकों को पानी में भिगोकर उसका घोल बनाएं और इसे पौधे की जड़ों में डालें। यह पौधे को आवश्यक पोषण देता है।

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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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