गर्मी के मौसम में स्वर्ग से कम नहीं है ये हिल स्टेशन! कपल और फैमिली के लिए है परफेक्ट

पठानकोट के आसपास मौजूद ये हिल स्टेशन सिर्फ कुछ घंटों की दूरी पर हैं और गर्मियों में छुट्टियों के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन साबित हो सकते हैं। शांत वादियां, बर्फ से ढके पहाड़ और हरियाली से भरपूर ये जगहें आपको गर्मी से राहत देने का काम करेंगी।

मई-जून की गर्मी में छुट्टियों का सही इस्तेमाल करना है तो पहाड़ों की सैर से बेहतर और क्या हो सकता है? अगर आप पंजाब या आसपास के इलाके में रहते हैं तो पठानकोट आपके लिए एक शानदार बेस पॉइंट है। यहां से कुछ घंटों की दूरी पर कई ऐसे हिल स्टेशन हैं जहां न तो ज्यादा खर्च होता है और न ही लंबा सफर। आइए जानते हैं उन जगहों के बारे में जो इस गर्मी में आपकी ट्रैवल लिस्ट में जरूर होनी चाहिए।

डलहौजी हिमाचल की शांत वादियों का नजारा

डलहौजी, पठानकोट से सिर्फ 80-85 किलोमीटर की दूरी पर है और गर्मियों में सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशन में से एक है। यहां की ठंडी हवाएं, ऊंची पहाड़ियां और देवदार के जंगल किसी के भी दिल को छू जाते हैं। अंग्रेजों के समय की इमारतें, चर्च और घाटियां इस शहर की खूबसूरती को अलग ही पहचान देती हैं। डलहौजी के पास स्थित खजियार, जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड ऑफ इंडिया’ कहा जाता है, एक दिन की ट्रिप के लिए बेस्ट जगह है। यहां की झील और चारों तरफ फैली हरियाली बच्चों और परिवार के साथ घूमने के लिए परफेक्ट है।

धर्मशाला भी तिब्बती संस्कृति और प्रकृति का हिल स्टेशन

वही धर्मशाला, हिमाचल का एक और खूबसूरत हिल स्टेशन है जो पठानकोट से लगभग 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां दलाई लामा का निवास और तिब्बती मठ धर्मशाला को खास बनाते हैं। भागसू नाग झरना और त्रिउंड ट्रैक जैसे एडवेंचर स्पॉट्स यहां एडवेंचर लवर्स को खूब पसंद आते हैं। यहां का क्रिकेट स्टेडियम, जो समुद्र तल से सबसे ऊंचाई पर है, भी एक बड़ा आकर्षण है। धर्मशाला का मौसम सालभर खुशनुमा बना रहता है और हर सीजन में यहां सैलानियों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। अगर आप फैमिली या फ्रेंड्स के साथ वीकेंड ट्रिप की सोच रहे हैं, तो धर्मशाला एक शानदार ऑप्शन है।

चंबा भी प्राकृतिक सुंदरता और संस्कृति का मेल

इसके अलावा चंबा पठानकोट से लगभग 100-110 किलोमीटर दूर है और यह हिल स्टेशन अपने इतिहास और संस्कृति के लिए जाना जाता है। रावी नदी के किनारे बसा चंबा, पुराने मंदिरों, महलों और घाटियों से भरा पड़ा है। यहां की चमेरा झील, भूरी सिंह म्यूजियम और लक्ष्मीनारायण मंदिर जैसे टूरिस्ट स्पॉट खासे लोकप्रिय हैं। गर्मी के मौसम में यहां का मौसम ठंडा और सुकून भरा होता है। साथ ही, यहां ट्रैकिंग, कैंपिंग और रिवर राफ्टिंग जैसी एक्टिविटीज भी उपलब्ध हैं। चंबा उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो शांति के साथ-साथ थोड़ा एडवेंचर भी चाहते हैं।

पालमपुर चाय बागानों की गोद में बसा स्वर्ग

बता दें कि पालमपुर पठानकोट से करीब 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इसे ‘नॉर्थ इंडिया की टी कैपिटल’ भी कहा जाता है। यह हिल स्टेशन चाय के बागानों, धौलाधार की पहाड़ियों और ठंडी हवाओं के लिए जाना जाता है। यहां का वातावरण बेहद शांत और प्राकृतिक हरियाली से भरपूर है। पालमपुर में आप चाय बागानों का भ्रमण कर सकते हैं, आर्ट गैलरी देख सकते हैं और आंद्रेटा गांव में लोक कला का अनुभव ले सकते हैं। यह जगह खासतौर पर कपल्स और नेचर लवर्स के बीच लोकप्रिय है। गर्मी से राहत और शांति की तलाश है तो पालमपुर आपका अगला डेस्टिनेशन हो सकता है।


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Ronak Namdev

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मैं रौनक नामदेव, एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मैंने अपनी शिक्षा DCA, BCA और MCA मे पुर्ण की है, तो तकनीक मेरा आधार है और लेखन मेरा जुनून हैं । मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का ।

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