एक बार घूम लिया ये हिल स्टेशन तो मसूरी को भी भूल जाएंगे, इसकी खूबसूरती देख कर रह जाओगे हैरान

अगर आप मसूरी, शिमला या मनाली जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों से हटकर एक शांत और खूबसूरत जगह की तलाश में हैं, तो उत्तराखंड का धनोल्टी आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। दिल्ली से सिर्फ 275 किलोमीटर की दूरी पर बसे इस हिल स्टेशन की वादियां, बर्फ से ढके पहाड़ और एडवेंचर एक्टिविटीज आपको मंत्रमुग्ध कर देंगी।

अगर आप मसूरी घूम चुके हैं और कुछ नया, शांत और सुकून देने वाला एक्सपीरियंस लेना चाहते हैं, तो धनोल्टी जरूर जाएं। यह हिल स्टेशन मसूरी से सिर्फ 62 किलोमीटर और दिल्ली से करीब 5 घंटे की दूरी पर है। समुद्र तल से करीब 2200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित धनोल्टी, भीड़ से दूर एक ऑफबीट डेस्टिनेशन है, जहां चारों तरफ फैली बर्फीली पहाड़ियां इसकी खूबसूरती को चार चांद लगाती हैं।

धनोल्टी की सबसे खास बात है इसकी नैचुरल ब्यूटी और शांत माहौल। यहां आप ट्रैकिंग, कैंपिंग, रैपलिंग और जंगल वॉक जैसे एडवेंचर एक्टिविटी का मजा ले सकते हैं। यहां का मशहूर इको पार्क दो हिस्सों में बंटा है ‘ऐम्बर’ और ‘धारा’ जो 13 हेक्टेयर में फैला है।

फैमिली और कपल्स के लिए परफेक्ट जगह 

पार्क में आपको ऊंचे-ऊंचे देवदार और बांज के पेड़ मिलेंगे, जो सुकून देने वाले होते हैं। फैमिली और कपल्स के लिए ये जगह परफेक्ट है क्योंकि यहां ज्यादा भीड़ नहीं होती। इसके अलावा, यहां से सूरज की पहली किरण और आखिरी रोशनी का नजारा देखना एक अलग ही अनुभव देता है। पास में मौजूद सुरकंडा देवी मंदिर भी एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां श्रद्धालु ट्रैकिंग के जरिए पहुंचते हैं।

धनोल्टी जाने का सही समय

वैसे तो धनोल्टी सालभर घूमने लायक जगह है, लेकिन अगर आप यहां की असली खूबसूरती देखना चाहते हैं, तो अप्रैल से अक्टूबर के बीच का समय सबसे अच्छा होता है। गर्मियों में यहां का मौसम काफी ठंडा और सुहाना रहता है, जबकि सर्दियों में बर्फबारी इसे एक परियों की दुनिया जैसा बना देती है।

दिल्ली से धनोल्टी पहुंचने के लिए आप कार से भी जा सकते हैं या फिर ट्रेन से देहरादून जाकर वहां से टैक्सी ले सकते हैं। सड़कें अच्छी हैं और ड्राइव भी बेहद खूबसूरत। अगर आप मसूरी जा रहे हैं तो वहां से भी एक दिन में धनोल्टी की ट्रिप आराम से की जा सकती है।


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Ronak Namdev

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मैं रौनक नामदेव, एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मैंने अपनी शिक्षा DCA, BCA और MCA मे पुर्ण की है, तो तकनीक मेरा आधार है और लेखन मेरा जुनून हैं । मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का ।

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