हनीकॉम्ब या ग्रास, कूलर में कौन सा पैड देगा सबसे ज़्यादा ठंडक? अंतर समझ लो

गर्मी में कूलर को ज़्यादा ठंडा करने के लिए हनीकॉम्ब और ग्रास पैड्स में से कौन है बेहतर? दोनों के फायदे-नुकसान जानें और सही ऑप्शन चुनें।

कूलर में हनीकॉम्ब पैड्स और ग्रास पैड्स में से कौन सा ज़्यादा ठंडक देता है? गर्मी से राहत पाने के लिए सही कूलिंग पैड चुनना ज़रूरी है। दोनों की खूबियां और कमियां अलग हैं। आइए जानते हैं कि आपके लिए कौन सा पैड बेस्ट रहेगा।

गर्मी में कूलर हमारी सबसे बड़ी ज़रूरत बन जाता है, और उसकी ठंडक का पूरा दारोमदार कूलिंग पैड्स पर होता है। 1990 के दशक तक भारत में ग्रास (वुड वूल) पैड्स का बोलबाला था, लेकिन 2000 के दशक में हनीकॉम्ब पैड्स ने मार्केट में एंट्री की। 2023 में भारत के कूलर मार्केट में 15% की ग्रोथ देखी गई, जिसमें हनीकॉम्ब पैड्स की डिमांड 60% तक पहुंची। हनीकॉम्ब पैड्स अपनी ज़्यादा कूलिंग और लंबी उम्र के लिए मशहूर हैं, जबकि ग्रास पैड्स सस्ते और आसानी से उपलब्ध हैं। लेकिन कूलिंग, मेंटेनेंस और कीमत के मामले में दोनों में बड़ा अंतर है। इस आर्टिकल में हम दोनों की तुलना करेंगे, ताकि आप सही फैसला ले सकें।

हनीकॉम्ब पैड्स की खासियत और फायदे क्या हैं?

हनीकॉम्ब कूलिंग पैड्स आजकल ज़्यादातर लोगों की पहली पसंद बन गए हैं। ये सेल्यूलोज़ पेपर से बने होते हैं और इनकी संरचना छत्ते जैसी होती है, जिसकी वजह से पानी अच्छे से फैलता है और हवा को ठंडा करने में मदद मिलती है। हनीकॉम्ब पैड्स की सबसे बड़ी खासियत है उनकी ज़्यादा कूलिंग पावर और लंबी उम्र। ये 2 से 3 साल तक आसानी से चलते हैं और मेंटेनेंस भी कम चाहिए। इनमें धूल कम जमती है, जिससे हवा साफ रहती है। मिसाल के तौर पर, USHA के EcoCool हनीकॉम्ब पैड्स हवा को तेज़ी से ठंडा करते हैं और कई ब्रांड्स जैसे Symphony और Bajaj इनका इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, इनकी कीमत ग्रास से ज़्यादा है, 700 से 1400 रुपये तक। अगर आप लंबे टाइम के लिए ज़्यादा ठंडक चाहते हैं, तो हनीकॉम्ब पैड्स आपके लिए सही हैं।

ग्रास पैड्स क्यों हैं अब भी लोगों की पसंद?

ग्रास कूलिंग पैड्स, जिन्हें वुड वूल भी कहते हैं, सालों से कूलर में यूज़ हो रहे हैं और आज भी कई लोगों की पसंद हैं। ये सस्ते होते हैं, 80 से 100 रुपये में आसानी से मिल जाते हैं, जो छोटे बजट वालों के लिए बेस्ट है। ग्रास पैड्स पानी को अच्छे से सोखते हैं, जिससे कूलिंग ठीक रहती है। Sauran ग्रास पैड्स को Bajaj और Symphony जैसे ब्रांड्स के कूलर में यूज़ किया जा सकता है। लेकिन इनका एक नुकसान है कि इन्हें हर सीज़न बदलना पड़ता है, क्योंकि इनमें धूल जल्दी जम जाती है और कूलिंग कम हो जाती है। मेंटेनेंस भी ज़्यादा चाहिए। अगर आप कम खर्च में कूलर चलाना चाहते हैं और बार-बार पैड बदलने में दिक्कत नहीं है, तो ग्रास पैड्स आपके लिए सही ऑप्शन हैं।


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Ronak Namdev

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मैं रौनक नामदेव, एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मैंने अपनी शिक्षा DCA, BCA और MCA मे पुर्ण की है, तो तकनीक मेरा आधार है और लेखन मेरा जुनून हैं । मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का ।

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