Relationship tips : अपने पार्टनर की इन आदतों पर करें गौर, दिल टूटने से पहले ही जानिए कहीं वो धोखेबाज तो नहीं

Gaurav Sharma
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डेस्क रिपोर्ट। नई नई उम्र का नया नया प्यार काफी एक्साइटिंग लगता है, सपनों को नई उड़ान मिलती है, दिल में नए जज्बात उमड़ते हैं, पहले मुलाकात, फिर इजहार और उसके बाद डेटिंग का सिलसिला शुरू हो जाता है। यही वो वक्त होता है जब आप ये आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि कहीं आपका पार्टनर आपको चीट तो नहीं कर रहा।

जिस पार्टनर की आंखों में आप प्यार देख रहे हैं उसमें कहीं धोखा देने के इरादे तो नहीं छिपे। पर, आप ये जानेंगे कैसे कि आपके पार्टनर धोखेबाज हैं? जो आपके लिए प्यार है वो उनके लिए महज टाइमपास है। प्यार में डूबे लम्हों के बीच ये सोचना ही मुश्किल होता है कि आपका साथी झूठा भी हो सकता है, पर, डेटिंग के दौरान आपको अपने पार्टनर की ऐसी कुछ आदतें नजर आएं तो तुरंत सावधान हो जाएं हो सकता है वो आदतें इस बात का इशारा हों कि आपका पार्टनर उतना भी ईमानदार नहीं जितना नजर आ रहा है।

हिचकिचाहट
अपने पार्टनर के झूठ या धोखे को पकड़ने का ये सबसे अच्छा तरीका है। अगर आपको अपने पार्टनर पर जरा सा भी डाउट है तो उसकी बातों को ध्यान से सुनें और कुछ बातों को याद रखने की कोशिश भी करें। मसलन वो कभी अपने दोस्तों का जिक्र करे या रिश्तेदारों की बात बताए उन बातों को याद रखें, कभी मौका मिलने पर उन दोस्तों या रिश्तेदारों से जुड़ी उन्हीं बातों का जिक्र कर कुछ सवाल पूछ लें। अगर वो हिचकिचाए या इस बार बातों में कुछ बदलाव नजर आएं तो समझिए कि दाल में कुछ काला है।

तथ्यों को परखें
कुछ लोगों की आदत होती है कि वो नई नई रिलेशनशिप में अपने बारे में बढ़ा चढ़ा कर बताते हैं या, उनका इरादा यही होता कि कुछ दिन इम्प्रेस करके वो टाइम पास करेंगे और फिर अपनी राह पकड़ लेंगे। ऐसे पार्टनर की बातों को आप परखेंगे कैसे! आप भी कोई जासूस तो हैं नहीं कि अपना काम छोड़ कर उसके पीछे ही लग सकें। इसका एक ही तरीका है, जिस वक्त आपका पार्टनर किसी और मूड में हो उस वक्त कोई पुरानी बात छेड़ दें, अगर वो सकपकाए या फिर उसकी बताई बातें बदल जाएं तो सावधान हो जाएं।

बातें छुपाना
वैसे हर रिलेशनशिप का एक दायरा या प्राइवेसी भी जरूरी है, पर, ये भी सच है कि जब दो लोग रिलेशनशिप में होते हैं तो अधिकांश बातें शेयर होती ही हैं। अगर आपको ऐसा लगे कि आप तो अपने पार्टनर के साथ हर बात शेयर कर रहे हैं, उसे अपने सुख दुख का साथी बना रहे हैं लेकिन आपका पार्टनर ऐसा करने से बच रहा है या अपनी बातें आपसे छिपा रहा है तो, समझ जाइए कि वो कभी भी आपको धोखा दे सकता है।

बहाने बनाना
आपका पार्टनर बात बात पर बहाने बनाता है, कभी देर से आने के, कभी जरूरी बात भूल जाने पर, तो, इससे आप रिलेशन के प्रति उसकी गंभीरता का अंदाजा लगा सकते हैं।

 


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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