सर्दियों में इन 5 तरीकों से पहने साड़ी, पूरी पार्टी में सबसे डिफरेंट होगा आपका लुक।

डेस्क रिपोर्ट। शादी या पार्टी की बात हो तो पहला लिबास जो दिमाग में आता है वो साड़ी ही होता है फैशन के साथ कदमताल करते हुए अब तो साड़ी भी अलग अलग अंदाज में ड्रैप की जा सकती है वैसे तो डिजाइनर साड़ियों ने इस लिबास को पहनने के तरीकों को भी आसान बना दिया है, पर, सर्दी में कुछ नए एक्सपेरिमेंट्स करके आप साड़ी में स्मार्ट और एलिगेंट दोनों लुक हासिल कर सकती हैं यहां देखिए साड़ी ड्रैपिंग के कुछ नए स्टाइल और फिर अपने लिए चुनिए एक नया और स्मार्ट साड़ी लुक

साड़ी पर ओवरकोट
सर्दियों की रात में किसी पार्टी में जाना हो तो आमतौर पर महिलाएं सर्दी में कंपकंपाना चुनती है पर अपने स्टाइल से कोई कंप्रोमाइज नहीं करतीं साड़ी के साथ ओवरकोट को स्मार्टली कैरी करके आप इस मुश्किल को आसान बना सकती हैं, बस करना इतना है कि जैसे साड़ी पहनी जाती है वैसे ही पहने और ऊपर से ओवरकोट कैरी करें ध्यान सिर्फ इतना रखना है कि साड़ी पर ओवरकोट मैच करे या कंट्रास्ट कॉम्बिनेशन में हो


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।