यदि आपके बालों की हालत हो रही है गर्मी से खराब, तो अजमाएं ये करगार उपाय

जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और यह आपके बालों के लिए भी बुरा होता है। इन दिनों बालों की हालत प्रदूषण और धूप से खराब हो जाती है। इस दौरान अपने बालों का खास ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है धूप, प्रदूषण और गर्मी से बचाने की जरूरत भी बहुत बढ़ जाती है। तो आइए जानते हैं आप गर्मियों में अपने बालों को बचाने के लिए क्या-क्या उपाय कर सकते हैं। आप जब भी घर से बाहर निकले और आपको धूप का सामना करना पड़े तो अपने सर को ढकना ना भूले एक स्कार्फ या टोपी से आप अपने सर को ढक ले। इससे आपके बालों में सारा दिन नमी भी बरकरार रहेगा और हवा से आपके बाल खराब नहीं होंगे।

यह भी पढ़े… Moto G52 हुआ धांसू फीचर्स के साथ लॉन्च, जाने फीचर्स और कीमत

बालों को गर्मी में कंट्रोल करने का सबसे सही तरीका होता है चोटी (Braid) बनाना जब भी आपको लगे कि आज आप व्यस्त हैं और बालों को सूरज की रोशनी से नहीं बचा सकते हैं तो अपने बालों को गूँथ लें। गर्मियां शुरु होती है बालों में चिपचिपा पन और ऑयली होने का एहसास होने लगता है। आपके माथे पर और बालों में बहुत ज्यादा तेल की मात्रा बढ़ जाती है, इसलिए बालों से ऑयल निकालने के लिए घर पर बने नेचुरल शैंपू यानि कॉर्नस्टार्च का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे आप गर्मियों में अपने शैम्पू के तौर पर भी यूज कर सकते हैं। आप चाहे तो विच हाजेल के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आपके बालों को नमी की जरूरत पड़े तो आप एलोवेरा जूस, एवोकैडो और आर्गन ऑयल का इस्तेमाल पानी के साथ मिलाकर कर सकते हैं। इससे आपके बाल सूखे नहीं रहेंगे।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"