अगर आपको भी दिखे ये लक्षण तो हो जाएं सावधान, हो सकता है पैनक्रिएटिक कैंसर का खतरा, जानें इससे बचने के उपाय

Pancreatic Cancer

Pancreatic Cancer: कई बीमारियां ऐसी होती हैं जिनकी जानकारी न होने के कारण सही समय पर इलाज नहीं हो पाता है। जिससे वह जानलेवा साबित होती हैं। ऐसे में एक बीमारी होती है पैनक्रिएटिक कैंसर। इसकी जागरुकता के लिए हर साल नवंबर महीने के तीसरे गुरूवार को विश्व पैनक्रिएटिक कैंसर दिवस मनाया जाता है। इस आर्टिकल के जरिए आइए जानते हैं कि क्या होता है पैनक्रिएटिक कैंसर और इसके लक्षण और बचाव के क्या उपाय होते हैं।

पैनक्रिएटिक कैंसर क्या है?

पेट के पिछले हिस्से में पैनक्रियाज होता है। जो कि पाचन सिस्टम को सही रखने के लिए जरूरी होता है। पैनक्रियाज हमारे शरीर में भोजन को पचाने के लिए बहुत जरूरी होता है। यह शरीर में एंजाइम भी बनाता है। इसके साथ ही यह ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखने के लिए इंसुलिन का भी निर्माण करता है। वहीं जब इनकी कोशिकाएं असंतुलित हो जाती हैं तो यह ट्यूमर का आकार ले लेती हैं। जिसे ही पैनक्रिएटिक कैंसर बोला जाता है। यह एक खतरनाक बीमारी होती है। लेकिन इसके शुरूआती लक्षण लोगों को पता नहीं चल पाता है जो कि सेहत के लिए हानिकारक साबित होते हैं।

पैनक्रिएटिक कैंसर के लक्षण

पैनक्रिएटिक कैंसर के शुरूआती लक्षण पता नहीं चल पाता है जो कि आगे चलकर खतरनाकर स्थिति पैदा कर देती है। अगर शरीर में ये लक्षण पेशाब का रंग गाढ़ा, मल का रंग हल्का, पेट, पीठ में दर्द, थकान, पीलिया, उल्टी, खुजली, खून जमना, वजन में कमी, पाचन तंत्र सही न होना, भूख न लगना और डायबिटीज अनियंत्रित की समस्या दिखे तो पैनक्रिएटिक कैंसर का खतरा हो सकता है। ऐसे में किसी स्पेशलिस्ट को दिखाना जरूरी हो जाता है।

पैनक्रिएटिक कैंसर से बचाव

पैनक्रिएटिक कैंसर से बचाव के लिए धूम्रपान सेवन करने वाले व्यक्ति को धूम्रपान को छोड़ देना चाहिए। क्योंकि धूम्रपान का सेवन करने से पैनक्रियाज पर बुरा असर पड़ता है। जो कि सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होती है। साथ ही पैनक्रिएटिक कैंसर से बचने के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करना चाहिए। वहीं इसके साथ प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से बचना भी चाहिए।

(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता है। अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।)


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News