Hair Care Tips: बालों के झड़ने और सफेद होने से हैं परेशान, अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, पढ़े खबर

Shashank Baranwal
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Hair Care Tips

Hair Care Tips: काले और घने बालों की चाहत हर इंसान की होती है चाहे वो महिला वो या पुरुष। लेकिन वर्तमान समय में कम उम्र में ही बालों का सफेद होना और झड़ना जैसे आम हो गया है। करीब करीब हर घर में एक शख्स जरूर मिल जाता है जिसके कम उम्र में ही बाल सफेद होने लगते हैं। हमारे समाज में यह समस्या एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। इससे आदमी तनावग्रस्त हो जाता है। इंसान सोचता था कि एक उम्र के बाद ही बाल सफेद होता हैं। लेकिन वर्तमान समय न जवान न ही बच्चे लगभग हर उम्र के इंसान के लिए यह समस्या आम होती चली जा रही है। बालों के सफेद होने और झड़ने की समस्या हमारी खराब जीवनशैली, खराब खानपान और रोजमर्रा प्रयोग की जाने वाली केमिकलयुक्त प्रोडक्ट से होती है। बालों में मेलनिन नामक एक तत्व पाया जाता है जिसकी कमी से कम उम्र में ही बाल सफेद होने लगते हैं। इस समस्या से ग्रसित लोग कई प्रकार के तेल, दवाईयों का इस्तेमाल करने लगते हैं फिर भी कुछ खास असर नहीं पड़ता है। अगर आप के भी बाल कम उम्र में ही सफेद हो रहें या आपके किसी सगे संबंधी या दोस्त के हो रहें है तो कुछ घरेलू नुस्खे अपनाएं जिससे आपको ऐसी समस्या से निजात मिल सकेगी।

आंवला

आंवला का उपयोग करने से आपको सफेद बालों की समस्या नहीं होती है। यह बालों की चमक और बरकरार रखने में काफी मददगार होता है। बाजार में मिलने वाला आंवला पाउडर के साथ आप कच्चे आंवले का पेस्ट बनाकर बालों को पर लगा सकते है। इसका उपयोग आपको सफेद बालों और झड़ने की समस्या से निजात दिला सकता है।

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।