गार्डनिंग करने का शौक अधिकांश लोगों को होता है, जिन लोगों को गार्डनिंग करने का शौक़ होता है वे पेड़-पौधों की देखभाल बिलकुल अपने बच्चे की तरह करते हैं, जब पेड़ पौधे सूख जाते हैं या मुरझा जाते हैं, तो लोग अक्सर निराश हो जाते हैं. घर पर तरह तरह के रंग बिरंगे फूलों वाले पौधे लगाना न सिर्फ़ घर की सुंदरता बढ़ाता है, बल्कि वातावरण को भी शुद्ध बनाने में मदद करता है.
जैसे जैसे मौसम बदलता है वैसे वैसे पौधों की देखभाल करने का तरीक़ा भी हमें बदलना चाहिए, साथ ही साथ इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि हर एक पौधों की देखभाल करने का तरीक़ा अलग होता है. अगर फूलों वाले पौधों की बात की जाए तो लोग अपने घर में गुलाब, मोगरा , चमेली और कनेर के फूलों वाले पौधे ज़रूर लगाते हैं. आज हम इस आर्टिकल में ख़ासतौर पर कनेर के फूलों के बारे में जानेंगे.
कनेर के पौधे की देखभाल (Plant Care)
कुछ ही दिनों में गर्मी का मौसम शुरू होने वाला है, गर्मी के मौसम में कनेर का पौधा ख़ूब फलता फूलता है. अगर आप चाहते हैं कि गर्मी का मौसम आते आते कनेर का पौधा ढेर सारे फूल दे, तो इसके लिए आपको फ़रवरी के महीने में ही इसको उगाना चाहिए, चलिए आगे समझते हैं कि किन किन टिप्स की मदद से आप कनेर का पौधा आसानी से घर पर उगा सकते हैं.
फ़रवरी का महीना क्यों रहेगा बेस्ट
जैसा कि हमने आपको पहले भी बताया कि फ़रवरी का महीना कनेर का पौधा लगाने के लिए अच्छा माना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस महीने में ना ज़्यादा ठण्ड रहती है न ही ज़्यादा गर्मी रहती है. यही कारण है कि कनेर की क़लम अच्छी तरह से लग जाती है, चलिए समझ लेते हैं की क़लम को किस तरह उगाना चाहिए.
ऐसी होनी चाहिए पौधे की कलम
सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि कनेर की क़लम लगभग छह से आठ इंच लंबी होनी चाहिए. हमेशा ताज़ी और हेल्दी पौधे की ही क़लम लगाएं. इस बात का ध्यान रखें कि जब आप क़लम लगाएं तो क़लम में कोई भी पत्ती न हो, ताकि पौधा जल्दी जड़ों में समा सके और लग सके.
ये गलती न करें
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि लोग क़लम को तुरंत काटकर तुरंत ही मिट्टी में लगा देते हैं, अगर आप भी ऐसा करते हैं तो यह क़लम लगाने का ग़लत तरीक़ा है. यह गलती पौधों को ख़राब कर सकती है, इसलिए इस बात का ध्यान रखने की क़लम को काटने के बाद उसे उच्च दिनों तक सूखने के लिए रख दें, जब वह सूख जाए तब ही उसे नमी वाली मिट्टी में लगाएं.
कैसी होनी चाहिए मिट्टी
हर पौधे के लिए मिट्टी का मिश्रण बहुत आवश्यक होता है, जिससे की पौधों को ज़रूरी पोषक तत्व मिल सके. जिस मिट्टी में आप क़लम लगा रहे हैं वह मिट्टी नमी होनी चाहिए, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मिट्टी में पानी भरा हुआ हो, क़लम को हमेशा तिरछा करके ही लगाना चाहिए. इसके अलावा क़लम को बलुई मिट्टी में लगाना चाहिए.
इस तरह डालना चाहिए पानी
क़लम को लगाने के बाद पानी देने के लिए हमेशा स्प्रे बोतल का ही इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि अगर आप किसी और बर्तन से पानी डालने की कोशिश करेंगे तो पानी हद से ज़्यादा गिर जाएगा, जो कि पौधों के लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है. ऐसा करने से पौधों की जड़ें सर सकती है, इसके अलावा कनेर के पौधों को हमेशा अच्छी धूप वाले स्थान पर ही रखें, क्योंकि इस पौधे को बढ़ने के लिए अच्छी धूप की आवश्यकता होती है.





