Sun, Dec 28, 2025

महापर्व छठ का दूसरा दिन आज, प्रसाद ग्रहण करने के बाद शुरू होगा 36 घंटे का निर्जला व्रत

Written by:Sanjucta Pandit
Published:
महापर्व छठ का दूसरा दिन आज, प्रसाद ग्रहण करने के बाद शुरू होगा 36 घंटे का निर्जला व्रत

Chhath Puja 2023 Second Day Kharna : छठ पर्व का आरंभ कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से होता है। यह पर्व बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है। इस दौरान उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। यह उत्सव अपने साथ खुशी, उत्साह और सामूहिकता का माहौल लाता है। इस विशेष पर्व में समाज के सभी वर्गों के लोग भाग लेते हैं और इसे बहुत धूमधाम से मनाते हैं। वहीं, आज लोक आस्था का महापर्व छठ का दूसरा दिन है, जिसे खरना के नाम से जाना जाता है। इस दिन व्रती प्रसाद बनाते हैं और इसे ग्रहण करने के बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है। आइए जानें मुहूर्त, पूजन विधि और महत्व…

मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त – 04 बजकर 59 मिनट से 05 बजकर 52 मिनट तक

सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 45 मिनट पर

सूर्यास्त – शाम 09 बजकर 26 मिनट पर

खरना पूजन विधि

  • पहले इस दिन स्नान करें।
  • सूर्योदय के समय पर, भगवान सूर्य को अर्घ्य दें। इसमें गंगाजल और दूध का मिश्रण होता है।
  • जिसके बाद शाम के समय खरना की तैयारी करें।
  • मिट्टी के चूल्हे पर साठी के चावल, गुड़ और दूध की खीर बनाएं।
  • फिर तैयार किया गया भोग सबसे पहले छठ माता को अर्पित करें।
  • खरना पूजा के बाद व्रती को प्रसाद ग्रहण करना चाहिए।
  • इस दिन से 36 घंटे के लिए निर्जला व्रत की शुरुआत होती है।
  • वहीं, छठ पूजा के चौथे दिन भोर में सूर्य देव को अर्घ्य देकर व्रत का समापन करें।

खरना का महत्व

खरना छठ पूजा के दूसरे दिन का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह दिन नहाय खाय के अगले दिन मनाया जाता है और इसका अर्थ है “शुद्धता”। यह दिन व्रती के अंदरीकरण और आंतरिक शुद्धता पर जोर देता है। छठी मैया का आगमन और 36 घंटे के निर्जला उपवास की शुरुआत इस दिन होती है। व्रती इस दिन सूर्योदय के बाद जल के निकट स्थल पर जाकर नहाते हैं और फिर व्रत आरम्भ करते हैं।

भूलकर भी न करें ये काम

  • खरना पूजा में उपयोग होने वाले सामान को गंदे हाथों से छूना नहीं चाहिए।
  • अगर किसी वजह से हाथ गंदे हो गए हैं, तो उससे पहले धो लेना चाहिए और फिर पूजा में भाग लेना चाहिए।
  • पूजा के दौरान किसी प्रकार का कोई शोर ना हो, इस बात का खास ख्याल रखें।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)