अक्षय तृतीया पर इस आसान रेसिपी से बनाएं खीर-पंजीरी और पाएं मां लक्ष्मी का आशीर्वाद

अक्षय तृतीया 2025 पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए बनाएं ये पारंपरिक भोग, खीर से लेकर केसरिया चावल तक, यहां मिलेंगी आसान और झटपट रेसिपी, अक्षय तृतीया एक ऐसा शुभ दिन है जब बिना मुहूर्त के कोई भी कार्य शुरू किया जा सकता है।

अक्षय तृतीया का पर्व हिन्दू धर्म में बेहद शुभ और पुण्यदायी माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करके लोग अपने घर में सुख समृद्धि और बरकत की कामना करते हैं। परंपरा के अनुसार, इस दिन माँ को विशेष भोग अर्पित करना शुभ माना जाता है। जिसमें चावल से बने पकवानों का ख़ास स्थान होता है।

अगर आप भी इस अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya 2025) पर माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो उनके लिए ख़ास प्रसाद तैयार करें। घर पर ही केसरिया खीर, पंजीरी चावल से बनी खीर जैसे पारंपरिक पकवान आसानी से बनाए जा सकता है। ये प्रसाद ना सिर्फ़ माँ को पसंद करेंगे, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा भी लाएंगे। नीचे हम आपके लिए कुछ आसान और स्वादिष्ट प्रसाद की रेसिपी लेकर आए है।

अक्षय तृतीया पर बनाएं खीर

खीर को देवी लक्ष्मी का प्रिय भोग माना जाता है और अक्षय तृतीया जैसे शुभ पर्व पर इसका खास महत्व होता है। चावल की खीर मीठेपन के साथ-साथ शुभता का प्रतीक भी मानी जाती है।

सामग्री

1 लीटर दूध

1/2 कप बासमती चावल

1/2 कप चीनी

4-5 काजू, बादाम, किशमिश

1/4 टीस्पून इलायची पाउडर

केसर के धागे 

बनाने की विधि

सबसे पहले चावल को 30 मिनट तक भिगो दें। एक गहरे बर्तन में दूध को उबालें और उसमें भीगे हुए चावल डालें। धीमी आंच पर लगातार चलाते रहें जब तक चावल पूरी तरह पक न जाएं और दूध गाढ़ा न हो जाए। अब इसमें चीनी, सूखे मेवे, इलायची पाउडर और केसर डालकर 5-7 मिनट तक और पकाएं। ठंडी या गर्म, दोनों तरीकों से खीर को मां लक्ष्मी को भोग लगाकर खुद भी प्रसाद रूप में ग्रहण करें।

कैसे बनाएँ स्वादिष्ट पंजीरी

पंजीरी उत्तर भारत की पारंपरिक मिठाई है जिसे पूजा में प्रसाद के रूप में खासतौर पर तैयार किया जाता है। इसमें घी, सूखे मेवे और आटा का मेल होता है जो स्वाद और सेहत दोनों के लिए अच्छा है।

सामग्री

1 कप गेहूं का आटा

1/2 कप देसी घी

1/2 कप बूरा (या पिसी चीनी)

2 टेबलस्पून मखाने

2 टेबलस्पून बादाम, काजू

1/2 टीस्पून इलायची पाउडर

बनाने की विधि

कढ़ाई में घी गर्म करें और उसमें आटा डालकर धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भूनें। अब इसमें मखाने और कटे हुए ड्राय फ्रूट्स डालें और 2-3 मिनट और भूनें। गैस बंद करके मिश्रण को ठंडा करें और फिर बूरा और इलायची पाउडर मिलाएं। अब इस पंजीरी को भोग के लिए इस्तेमाल करें। यह न सिर्फ स्वादिष्ट है बल्कि सेहतमंद भी है।

कैसे बनाएं केसरिया चावल

अक्षय तृतीया पर मीठे और रंग-बिरंगे पकवानों का विशेष महत्व होता है। ऐसे में केसरिया चावल भी मां लक्ष्मी को खुश करने के लिए बेहतरीन भोग है। इसमें केसर की सुगंध और मिठास मिलकर इसे खास बनाते हैं।

सामग्री

1 कप बासमती चावल

1/2 कप चीनी

2 टेबलस्पून देसी घी

5-6 केसर के धागे

4-5 बादाम, किशमिश, काजू

1/4 टीस्पून इलायची पाउडर

बनाने की विधि

चावल को धोकर 20 मिनट भिगो दें। अब एक पैन में घी गर्म करें और सूखे मेवे हल्के भून लें। फिर उसमें चावल डालकर कुछ देर भूनें और उसमें केसर घोला हुआ गर्म पानी या दूध डालें। अब ढककर धीमी आंच पर चावल पकने दें। जब चावल पक जाएं तो उसमें चीनी और इलायची पाउडर डालें और 5 मिनट तक ढककर रखें। इससे चीनी घुल जाएगी और केसरिया चावल तैयार हो जाएंगे।

 


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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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