भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। दीपावली (Diwali) का त्योहर नजदीक है और इस पर्व की तैयारियां घरों और बाजारों में शुरु हो चुकी हैं। रंग बिरंगे साज सज्जा के सामन, जगमगाती लाइट्स और खूबसूरत आभूषणों से बाजार रौशन हो चुके हैं। वहीं दिवाली से पहले धनतेरस (Dhanteras) की धूम है। धनतेरस का त्योहार पांच दिनों तक चलने वाले दीपावली का पहला दिन होता है। इसे दिवाली से 2 दिन पहले मनाया जाता है। इस बार धनतेरस 2 नवंबर को पड़ रहा है। इस दिन मां लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर, धन्वंतरि और मृत्यु के देवता यमराज की पूजा की जाती है। इस दिन सोने-चांदी और बर्तन और वाहनों की खरीददारी करना और साथ ही प्रॉपर्टी आदि में निवेश करना भी बेहद ही शुभ माना जाता है।
ये भी पढ़ें- Dhanteras 2021 : अच्छे धन लाभ के लिये इस धनतेरस घर लाएं ये 5 चीजें, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न
वैसे हिन्दू धर्म के अनुसार हर पर्व का एक अलग महत्व होता। इसके पीछे कुछ इतिहास, मान्यताएं व कहानियां होती हैं और इसी वजह से इस परंपरा को बनाए रखने के लिये त्योहार मनाए जाते हैं। ऐसी ही एक मान्यता धनतेरस पर्व की भी है। मान्यता है कि समुंद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को भगवान धन्वंतरि अपने दोनों हाथों में घड़ा लेकर समुंद्र से प्रकट हुए थे। धन्वंतरि को भगवान विष्णु का अंश अवतार माना जाता है। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस का त्योहार धन के साथ-साथ स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है। इस दिन विधि विधान से पूजा-अर्चना करने से घर परिवार में सदैव सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। तो आइए जानते हैं धनतेरस पूजन व खरीरदारी का शुभ मुहूर्त।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त
इस तिथि की शुरुआत 2 नवंबर को सुबह 11.31 बजे से होगी और समाप्ति 3 नवंबर को सुबह 09:02 पर होगी। प्रदोष काल शाम 05:35 से रात 08:11 बजे तक रहेगा। धनतेरस पूजा का मुहूर्त शाम 06:17 बजे से रात 08:11 बजे तक रहेगा। यम दीपम का समय शाम 05:35 से 06:53 बजे तक रहेगा।
धनतेरस के दिन खरीदारी करने का सबसे शुभ मुहुर्त
धनतेरस पर सोना-चांदी के आभूषण खरीदने के लिए शाम 06:20 से लेकर 08:11 तक रहेगा। इसके अलावा अगर सुबह का मुहूर्त सुबह 11:30 से खरीदारी कर सकते हैं। लेकिन 02 नवंबर को राहुकाल के समय धनतेरस पर शुभ खरीदारी से बचें।
दिन की चौघड़िया
लाभ का समय सुबह 10 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 04 मिनट तक है।
अमृत का समय दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से 01 बजकर 26 मिनट तक है।
शुभ का समय दोपहर 02 बजकर 47 मिनट से 04 बजकर 09 मिनट तक है।
रात की चौघड़िया
लाभ का समय 07 बजकर 09 मिनट से 08 बजकर 48 मिनट तक है।
शुभ का समय 10 बजकर 26 मिनट से 12 बजकर 05 मिनट तक है।
अमृत का समय 12 बजकर 05 मिनट से 01 बजकर 43 मिनट तक है।