Christmas 2022 : क्रिसमस पर भूलकर भी न दें ये गिफ्ट, हो सकता है नुकसान

Christmas 2022 : क्रिसमस बस आने को है और इसे लेकर तैयारियां जोर शोर से चल रही है। बाजार सज चुके हैं और घरों में भी कई तरह के काम हो रहे हैं। कहीं पकवान बनाए जा रहे हैं तो कहीं सजावट हो रही है। इसी के साथ बच्चों, दोस्तों, रिश्तेदारों, परिजनों और आस पड़ोस के लिए गिफ्ट भी खरीदे जा रहे हैं। इस त्योहार पर गिफ्ट्स का खास महत्व है। खासकर बच्चों को तो इस दिन का बेसब्री से इंतजार होता है क्योंकि सैंटा क्लॉज उनके लिए गिफ्ट लेकर आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ वास्तु और ज्योतिष के अनुसार इस त्योहार पर कुछ चीजें तोहफे में बिल्कुल नहीं देनी चाहिए। इन्हें देने से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। आज हम आपको ऐसी ही चीज़ों के बारे में बताने जा रहे हैं।

  • क्रिसमस ही नहीं, किसी भी त्योहार पर भगवान की मूर्ति गिफ्ट में नहीं देनी चाहिए। चाहे किसी भी धर्म का त्योहार हो, भगवान की प्रतिमा तोहफे में नहीं देनी चाहिए। ये हम पूजा के लिए लाते हैं और अगर किसी और को इन्हें गिफ्ट में दे दें तो इनका आशीर्वाद घर से निकल जाता है। वास्तु के अनुसार ऐसा करने से हम अपना सौभाग्य किसी और को दे देते हैं।
  • अगर आप पेट्स गिफ्ट करने का सोच रहे हैं, तो ये भी भूल जाएं। अपने दोस्तों या परिवार वालों को गिफ्ट में कोई पालतू जानवर देना शुभ नहीं माना जाता। ऐसा करने पर आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
  • क्रिसमस के समय अगर आप किसी के घर जा रहे हों या कोई आपके घर आया है तो उपहार के रूप में कैश न दें। मान्यता है कि नगद पैसे देने से आपके जीवन में तंगी आ सकती है।
  • रुमाल या परफ्यूम कभी गिफ्ट के तौर पर नहीं देना चाहिए। इसे देने से नकारात्मकता फैलने का अंदेशा रहता है और आपस में मनमुटाव भी हो सकता है।
  • चाकू, तलवार, कैंची, ब्लेड आदि नुकीली चीजें गिफ्ट देने वाले और पाने वाले दोनों के लिए बैड लक ला सकते हैं।
  •  क्रिसमस पर बहते हुए झरने की पेंटिंग, कछुआ, फिश एक्वेरियम, बोनसाई पेड़ भी तोहफे में न दें।
  • इस त्योहार पर किसी को अपने बिजनेस या प्रोफेशन से संबंधित वस्तुएं गिफ्ट न करें। जैसे अगर आप कपड़ों का व्यापार करते हैं तो किसी को कपड़े न दें या फिर अगर शिक्षा से संबंधी कार्य करते हों तो किसी को पेन, डायरी या किताबें उपहार में न दें।

(डिस्क्लेमर – ये लेख मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। हम इसे लेकर कोई दावा नहीं करते हैं। )


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।