Tue, Dec 23, 2025

गणेश चतुर्थी के मौके पर भारत के इन 3 शहरों में दिखती है अलग धूम, दूर-दूर से आते हैं लोग

Written by:Bhawna Choubey
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Ganesh Chaturthi 2024: गणेश चतुर्थी के अवसर पर भारत के तीन प्रमुख शहरों में खास धूमधाम देखने को मिलती है। मुंबई, पुणे, और अहमदाबाद में इस पर्व की शानदार सजावट और भव्य जुलूस आकर्षण का केंद्र बनते हैं।
गणेश चतुर्थी के मौके पर भारत के इन 3 शहरों में दिखती है अलग धूम, दूर-दूर से आते हैं लोग

Ganesh Chaturthi 2024: देशभर में गणेश चतुर्थी का त्यौहार बड़े ही धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन भक्तजन अपने घर में भगवान गणेश की मूर्ति की स्थापना करते हैं और 10 दिनों तक उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। घरों और मंदिरों को अलग-अलग तरीके से सजाया जाता है, साथ ही साथ भगवान गणेश को दसों दिन अलग-अलग भोग लगाए जाते हैं।

वैसे तो भारत के हर शहर में गणेश चतुर्थी का त्यौहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन कुछ शहर ऐसे भी हैं जहां गणेश चतुर्थी का उत्सव अलग ही देखने को मिलता है। कुछ ऐसे भी शहर हैं जहां गणेश चतुर्थी पर शहर का अलग ही रंग रूप नजर आता है, सिर्फ शहर वासी नहीं बल्कि दूर-दूर से लोग चतुर्थी के इस उत्सव को देखने के लिए आते हैं, इसी के साथ चलिए जानते हैं कि वह शहर कौन-कौन से हैं जहां गणेश चतुर्थी का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

मुंबई (Mumbai)

गणेश उत्सव मनाने के लिए भारत में सबसे लोकप्रिय शहरों में मुंबई का नाम सबसे ऊपर आता है। पूरे देश में मुंबई का गणेश उत्सव अपनी भव्यता और धूमधाम के लिए मशहूर है। यहां हर गली-मोहल्ले में गणेश जी की भव्य मूर्तियां स्थापित की जाती है। गणेश चतुर्थी के पर्व पर देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए मुंबई जाते हैं। गणेश चतुर्थी के त्योहार पर मुंबई में भारी संख्या में भक्तजनों की भीड़ उमड़ती है।

अहमदाबाद (Ahmedabad)

गणेश चतुर्थी का त्योहार अहमदाबाद में भी बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। अहमदाबाद के लोग साल भर इस त्यौहार का इंतजार करते हैं। यहां गणेश उत्सव न केवल धार्मिक महत्व रखता है बल्कि यह सामाजिक एकता का भी प्रतीक है। जिसके कारण यहां देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। यदि आप भी इस बार गणेश उत्सव पर कहीं जाने का विचार कर रहे हैं तो आपको अहमदाबाद की यात्रा जरूर करनी चाहिए।

पुणे (Pune)

पुणे का गणेश उत्सव महाराष्ट्र में सबसे बड़े उत्सवों में से एक माना जाता है। इस उत्सव को लेकर ऐसा कहा जाता है कि इसकी शुरुआत छत्रपति शिवाजी महाराज के समय से हुई। यहां भव्य झांकियां, नृत्य, संगीत और तरह-तरह के नाटक आयोजित किए जाते हैं। पुणे में 400 साल पुराना एक गणेश मंदिर भी है जो इस शहर की धार्मिक विरासत को दर्शाता है।