Govardhan Puja Vastu Upay: गोवर्धन पूजा, दिवाली की अगले दिन मनाए जाने वाली एक महत्वपूर्ण पूजा है जो इस वर्ष 2 नवंबर को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान कृष्ण की गोवर्धन पर्वत उठाने की लीला का स्मरण करते हुए गाय के गोबर से गोवर्धन का प्रतीक बनाकर उसकी पूजा और परिक्रमा की जाती है।
मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मथुरा में स्थित गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने से कई गुना अधिक शुभ फल प्राप्त होते हैं। इस दिन विशेष रूप से कुछ उपाय करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और कई समस्याओं से छुटकारा भी मिल सकता है, जो उसे भक्तों के लिए और भी पावन बनाता है।
घी का दीपक
गोवर्धन पूजा में घी के दीपक में दो गुंजा के दाने डालने का एक विशेष महत्व है। पूजा के बाद दीपक की धूप को दोनों हाथों से ग्रहण कर उसे अपनी आंखों पर लगाते हुए धीरे-धीरे पीछे की ओर ले जाएं। माना जाता है, कि ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि बढ़ती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पांच गोमती चक्र और पांच कौड़ियां
गोवर्धन पूजा के दौरान थाली में पांच गोमती चक्र और पांच कौड़ियां रखकर उनकी रोली और चावल से विधिपूर्वक पूजा करें। पूजा संपन्न होने के बाद इन गोमती चक्र और कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रख दें।
बाजरा या चावल का दान
घर में अन्य और धन की बरकत बनाए रखने के लिए गोवर्धन पूजा के दिन मंदिर में जाकर सवा किलो बाजरा या चावल का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। इस उपाय को करने से सुख समृद्धि में वृद्धि होती है और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है।
गोबर से स्वस्तिक का चिन्ह
घर के सभी सदस्यों की सेहत अच्छी बनी रहे, इसके लिए गोवर्धन पूजा के दिन मुख्य द्वार पर गोबर से स्वस्तिक का चिन्ह बनाना बहुत ही शुभ माना जाता है। साथ ही इस स्वास्तिक पर थोड़ी सी खील चिपकाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और परिवार के लोग स्वास्थ लाभ पाते हैं।
गाय को हरा चारा खिलाना
गोवर्धन पूजा के दिन गाय के माथे पर तिलक लगाकर उसे हरा चारा खिलाना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार इस धार्मिक कार्य से जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ता है।
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