भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज काल भैरव जयंती है जिसे काल भैरव अष्टमी भी कहा जाता है। मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। जो लोग भगवान शिव और भगवान काल भैरव की पूजा करते हैं, उनके लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। मान्यता है कि आज के दिन काल भैरव की पूजा करने से सभी पाप नष्ट होते हैं और नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है.
आज के दिन ब्रह्म योग बन बन रहा है। इसी के साथ वृश्चिक संक्रांति भी है और आज सूर्यदेव तुला से वृश्चिक राशि में प्रवेश कर रहे हैं। मान्यता है कि काल भैरव जयंती पर जो भैरवनाथ की आराधना करने से जीवन के सभी संकट समाप्त हो जाते हैं और स्वयं भैरव बाबा उनकी रक्षा करते हैं। सारी बुरी शक्तियों से छुटकारा मिलता है और जीवन में किसी तरह का कष्ट नहीं रहता। काल भैरव भगवान शिव का रौद्र रूप हैं और इन्हें तंत्र मंत्र का देवता भी माना गया है। इस दिन कुछ खास उपाय और पूजा करने से काल भैरव को प्रसन्न किया जा सकता है।