26 दिसंबर को मनाई जाएगी त्रिपुर भैरवी जयंती, इस दिन मां भैरवी की पूजा से शत्रुओं का होता है नाश

Sanjucta Pandit
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Tripura Bhairavi Jayanti 2023 : त्रिपुर भैरवी जयंती मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन किया जाता है, जो कि हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल 26 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन भक्त देवी भैरवी की पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी कृपा और आशीर्वाद की कामना करते हैं। यह पर्व शक्ति की उपासना और देवी की महत्त को बताता है। इस दिन कई लोग मंदिरों में जाते हैं, पूजा करते हैं, मंत्रों का जाप करते हैं और दान भी करते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको पूजन विधि और महत्व बताते हैं…

26 दिसंबर को मनाई जाएगी त्रिपुर भैरवी जयंती, इस दिन मां भैरवी की पूजा से शत्रुओं का होता है नाश

जानिए महत्व यहां?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार देवी भैरवी भगवान भैरव की पत्नी है। इसके साथ ही वो पांचवीं महाविद्या के रुप में भी पूजी जाती हैं। इनकी पूजा- अर्चना से सभी शत्रुओं का नाश हो जाता है। इसलिए इस दिन उनकी भक्ति और श्रद्धा पूर्वक पूजा करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। देवी भैरवी के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है, जिनमें चैतन्य भैरवी, सम्पदाप्रद भैरवी, कमलेश्वरी भैरवी, रुद्र भैरवी, भद्र भैरवी, कालेश्वरी भैरवी, कामेश्वरी भैरवी, शतकुटी भैरवी, नित्या भैरवी सिद्ध भैरवी और भुवनेश्वर भैरवी शामिल है। ऐसा माना जाता है कि माता जितनी कठोर हैं उतनी दयालु भी हैं। इसलिए जो लोग समस्याओं से जूझ रहे हो, उन्हें अवश्य ही मां त्रिपुर भैरवी की पूजा करनी चाहिए ताकि उनके सारे कष्ट दूर हो जाएं।

किस प्रकार करें त्रिपुर भैरवी की पूजा?

  • सबसे पहले सुबह उठकर इस दिन स्नान करें।
  • नहाने के बाद धुले हुए साफ वस्त्र धारण करें।
  • इसके बाद पूरे घर को और मंदिर स्थल को अच्छे से साफ करें।
  • इसके बाद मां भैरवी की प्रतिमा स्थापित करें।
  • पूजा की शुरुआत में कुमकुम का तिलक लगाएं।
  • फिर लाल फूलों की माला चढ़ाएं।
  • भोग के रूप में फल और मिठाई अर्पित करें।
  • इसके बाद मां भैरवी के मित्रों का जाप करें।
  • दीपक जलाएं या फिर कपूर की आरती करें।
  • अंत में माता भैरवी का आशीर्वाद लें।

इस दिन क्या ना करें?

  • इस व्रत को करने से एक दिन पहले चावल का सेवन न करें।
  • पूजा वाले दिन भी व्रती के लिए चावल का सेवन वर्जित होता है।
  • इस दिन झूठ बोलने, विवाद करने बहस करने से बचें।
  • मास, मदिरा, धूम्रपान, आदि का सेवन भी वर्जित होता है।
  • इसके अलावा, दिन के समय वृत्ति को सोने से बचना चाहिए।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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