आज के डिजिटल जमाने में फोन के जरिए लोकेशन ट्रैकिंग एक बड़ी चिंता बन गई है। स्कैमर्स और हैकर्स अनजान ऐप्स या स्पाइवेयर के जरिए आपकी हर हरकत पर नजर रख सकते हैं।
कई बार आपको पता भी नहीं चलता कि कोई आपकी लोकेशन चुरा रहा है। कुछ आसान संकेतों से आप तुरंत पता लगा सकते हो कि क्या आपकी लोकेशन ट्रैक हो रही है। अपनी प्राइवेसी को सुरक्षित रखने के लिए इन संकेतों को जानना बहुत जरूरी है। आइए, इनके बारे में विस्तार से समझते हैं और ये भी जानते हैं कि खुद को कैसे बचाना है।

लोकेशन ट्रैकिंग के 5 बड़े संकेत
अनजान ऐप्स दिखना: अगर फोन में कोई ऐसा ऐप दिखे जो आपने इंस्टॉल नहीं किया, तो सावधान हो जाओ। एक स्टडी के मुताबिक, स्पाइवेयर अनजान ऐप्स के जरिए लोकेशन ट्रैक करता है। ऐसे ऐप्स को तुरंत डिलीट करें।
बैटरी जल्दी खत्म होना: अगर फोन की बैटरी अचानक तेजी से खत्म हो रही है, तो हो सकता है कि कोई ऐप बैकग्राउंड में चलकर डेटा भेज रहा हो। एक रिपोर्ट कहती है कि ट्रैकिंग ऐप्स ज्यादा बैटरी खाते हैं।
फोन गर्म होना: लगातार फोन गर्म हो रहा है, तो ये ट्रैकिंग का संकेत हो सकता है। स्पाइवेयर बैकग्राउंड में डेटा भेजते वक्त फोन को ओवरलोड करता है।
लोकेशन सेटिंग्स चेंज होना: अगर आपने लोकेशन बंद की थी, लेकिन वो अपने आप ऑन हो जाती है, तो ये खतरे की घंटी है। स्टडी के मुताबिक, ट्रैकिंग ऐप्स सेटिंग्स बदल सकते हैं।
अजीब नोटिफिकेशन्स: अगर फोन में अनजान ट्रैकर अलर्ट या अजीब नोटिफिकेशन्स दिख रहे हैं, तो तुरंत चेक करें। Google की सपोर्ट वेबसाइट के मुताबिक, एंड्रॉइड फोन अनजान ट्रैकर्स को डिटेक्ट कर अलर्ट भेजते हैं।
खुद को कैसे बचाएं?
अपने फोन की सेटिंग्स में जाकर लोकेशन सेटिंग्स चेक करें और उसे ऑफ रखें, जब जरूरत न हो। अनजान ऐप्स को डिलीट करें और सिर्फ Google Play Store से ऐप्स डाउनलोड करें। फोन में एक अच्छा एंटीवायरस इंस्टॉल करें, जो स्पाइवेयर को डिटेक्ट कर सके। अगर कोई अनजान ट्रैकर अलर्ट आए, तो फोन की सेटिंग्स में जाकर ‘सेफ्टी एंड इमरजेंसी’ सेक्शन में ट्रैकर अलर्ट्स चेक करें। एक स्टडी के मुताबिक, 60% लोग अपनी डिजिटल प्राइवेसी को लेकर चिंतित हैं। अपनी लोकेशन को सुरक्षित रखना आज की जरूरत है। इन टिप्स को फॉलो कर आप अपनी प्राइवेसी को सेफ रख सकते हो।