आज के दौर में दूसरों की गलतियों पर उंगली उठाना बेहद आसान हो गया है। सोशल मीडिया से लेकर आम ज़िंदगी तक, हर कोई जज बनने में लगा है। लेकिन क्या कभी आपने खुद को आईने में देखा है? यही सवाल उठाया है जया किशोरी (Jaya Kishori) ने अपने एक हालिया वायरल वीडियो में।
जया किशोरी, जिन्हें युवा मोटिवेशनल स्पीकर और आध्यात्मिक मार्गदर्शक के रूप में जाना जाता है, उन्होंने दिल को छू लेने वाली बात कही है। उनका मानना है कि अगर हम दुनिया को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो शुरुआत खुद से करनी होगी।

खुद की बुराइयों पर पहले ध्यान दें
जया किशोरी कहती हैं कि जब भी मन में किसी की बुराई करने का ख्याल आए, तो एक पल के लिए रुकिए और खुद को टटोलिए। क्या हम पूरी तरह सही हैं? शायद नहीं। उनका मानना है कि आत्मचिंतन ही सच्चे बदलाव की शुरुआत है। उनका ये विचार लोगों को खुद में सुधार करने की प्रेरणा देता है, ताकि समाज में नेगेटिविटी नहीं बल्कि पॉजिटिविटी फैले।
इस विचार के पीछे एक गहरा संदेश है, जब तक हम खुद को नहीं सुधारते, तब तक दूसरों की गलतियों को उजागर करने का कोई मतलब नहीं बनता। यही सोच अगर हर कोई अपनाए, तो समाज में कहीं ज्यादा शांति और समझदारी आ सकती है।
बुराई नहीं, बदलाव की सोच फैलाइए
आज के समय में जब सोशल मीडिया आलोचना का बड़ा ज़रिया बन गया है, ऐसे में जया किशोरी की बात और भी अहम हो जाती है। वो कहती हैं, “अगर आप समाज को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो शुरुआत खुद से करें।” ये बात सुनने में जितनी आसान लगती है, असल में उसे अपनाना उतना ही कठिन होता है।
लोगों की बुराई करने की बजाय अगर हम खुद में सुधार करें, तो दूसरों को भी पॉजिटिविटी देने में सक्षम हो सकते हैं। यही जया किशोरी का मकसद है, हर इंसान खुद के प्रति जागरूक बने, और एक बेहतर समाज की दिशा में कदम बढ़ाए।