Jaya Kishori: जया किशोरी की बातों को सुनना न सिर्फ़ बड़े लोगों को पसंद है बल्कि छोटे बच्चों को भी बेहद पसंद है। जया किशोरी की जीवन की सच्चाई को बहुत ही सरल और सहज तरीक़े से बताती है। वे बताती है कि जो भी व्यक्ति आध्यात्मिक मार्ग पर चलता है, जो भी व्यक्ति ईश्वर को मानता है, अपने व्यस्त दिनचर्या में कुछ समय भगवान के लिए निकालता है, वह व्यक्ति कभी भी किसी के साथ छल कपट नहीं कर सकता।
लेकिन अगर कोई दूसरा व्यक्ति आध्यात्मिक मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति को बार-बार तक़लीफ़ पहुँचाता है, तो ऐसे में वह ख़ुद की नज़रों में ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक रास्ते पर चलने वाले व्यक्ति की नज़रों में भी गिर जाता है। ऐसे में पता ही नहीं चलता है कि वह व्यक्ति कब किसी की नज़रों में ख़ास से आम बन जाता है।

आध्यात्मिक व्यक्ति नहीं कर सकता नफरत
जया किशोरी कहती है कि जो भी व्यक्ति ईश्वर से जुड़ा हुआ होता है, जो भी व्यक्ति आध्यात्मिक रास्ते पर चलता है वह व्यक्ति कभी भी किसी से नफ़रत नहीं कर सकता। ऐसे व्यक्ति के स्वभाव में नफ़रत जैसी भावना होती ही नहीं है।
सबसे बड़ी सजा ‘खास’ से ‘आम’ बन जाना
अगर कोई भी व्यक्ति सीधे और सरल व्यक्ति को तक़लीफ़ देता है, या फिर उस व्यक्ति को परेशान करता है जो आध्यात्मिक रास्ते पर चल रहा होता है, तो ऐसे में उस व्यक्ति की सबसे बड़ी सज़ा यह होती है कि वह कब ख़ास से आम बन जाता है पता ही नहीं चलता है। क्योंकि जब हम भोले और सच्चे इंसानों को ठेस पहुँचाते हैं, या फिर उनके मान-सम्मान को ग़लत बताते हैं, तो हम उनकी नहीं बल्कि ख़ुद की वेल्यू हमारी ही नज़रों में कम कर देते हैं।
नफरत करने से आसान माफ़ करना
जो व्यक्ति आध्यात्मिक रास्ते पर चलता है, वह आसानी से दूसरों की गलतियों को माफ़ कर देता है। लेकिन वह उस व्यक्ति से कोसों दूर चला जाता है, क्योंकि वह नहीं चाहता कि उसे कई बार-बार चोट पहुँचाने की कोशिश करें, यह उसके मान-सम्मान को ठेस पहुँचाए।
आध्यात्मिक व्यक्ति की विशेषता
जया किशोरी कहती है, की आध्यात्मिक रास्ते पर चलने वाला व्यक्ति, हमेशा अपने मन में दया, करुणा और क्षमा का भाव रखता है। दूसरों से नफ़रत करना तो दूर की बात है, वह किसी के बारे में बुरा भी नहीं सोच सकता है। आध्यात्मिक रास्ते पर चलने वाले लोगों का स्वाभाव विनम्र और शांत होता है।