जिंदगी का असली आनंद कैसे लें? रेस नहीं, इसे जीने का सही तरीका बताती हैं जया किशोरी

जब हम दूसरों से अपनी तुलना करने लगते हैं, तो खुद को नकारात्मक तरीके से देखना शुरू कर देते हैं। लेकिन जया किशोरी के शब्द हमें यही सिखाते हैं कि हमें अपनी ताकत और आत्मविश्वास पर ध्यान देना चाहिए।

Bhawna Choubey
Published on -

जया किशोरी को सुनना बहुत लोगों को पसंद होता है। सोशल मीडिया पर ज़्यादा किशोरी के विचारों की वीडियो वायरल होती रहती है। अब सोशल मीडिया पर भी एक वीडियो वायरल हो रहा है। जया किशोरी का कहना है कि ज़िंदगी में कॉम्पिटिशन रखना है तो हमेशा अपने आप के साथ रखो।

आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अक्सर दूसरों से ख़ुद की तुलना करते रहते हैं, फिर वह नौकरी हो, घर परिवार हो, ज़िंदगी हो, करियर हो, पैसा हो, हम अक्सर हर चीज़ में अपनी ज़िंदगी की तुलना दूसरों की ज़िंदगी से करते रहते हैं। सभी लोगों को दूसरों से आगे निकलने की होड़ मची रहती है। इस भावना से बाहर निकलने के लिए जया किशोरी के विचारों को सुनने से मन की उलझन सुलझ सकती है।

खुद को बेहतर बनाने पर दें ध्यान (Jaya Kishori Quotes)

जया किशोरी जी कहती है, कि हम अक्सर दूसरों की सफलता को देखकर ख़ुद की तुलना करने लगते हैं। लेकिन इसकी तुलना का नतीजा सिर्फ़ निराशा, तनाव, और आत्मविश्वास की कमी के रूप में सामने आता है। जया किशोरी जी बताती है कि हमें अपनी तुलना केवल अपने बीते कल से करनी चाहिए। यानी हमें हर दिन ख़ुद को पहले से बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए, न की दूसरों से आगे निकलने की दौड़ में शामिल होना चाहिए।

रोज कुछ नया सीखना चाहिए

जया किशोरी जी कहती है, की हमें हर दिन ख़ुद को बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए। हर दिन हमें ख़ुद को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। बीते कल से हमें सीखना चाहिए कि हमारा आने वाला कल इससे भी बेहतरीन होना चाहिए।

ग़लतियों से सीखें

अगर आपसे कोई गलती हुई है, तो बार-बार उस गलती के बारे में सोचकर निराश महसूस करने की आवश्यकता नहीं है। बल्कि अपनी गलतियों से सीखने की कोशिश करें, मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ, हमेशा मेरे साथ ही ऐसा होता है, इस तरह की शब्दों से बचने की हमेशा कोशिश करें।

नकारात्मकता से बचने की कोशिश करें

दूसरों से तुलना करके ख़ुद को कमज़ोर महसूस करने की आवश्यकता नहीं है, उन लोगों से दूरी बनाए, जो बार बार आपको कमज़ोर महसूस कराते हैं, या फिर हमेशा आपको नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। अपनी तरक़्क़ी पर ध्यान दें, नकारात्मकता से बचने की कोशिश करें, नकारात्मक विचार अपने मन में कभी ना लाएँ।

 


About Author
Bhawna Choubey

Bhawna Choubey

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

Other Latest News