कुछ लोग ऐसे भी है, जो साइकिलिंग करना भी पसंद करते हैं। यह सेहत के लिए बहुत ही अच्छा होता है, लेकिन यदि पैरों की सही देख-रेख ना की जाए, तो यह आगे चलकर आपके लिए परेशानी बन सकती है। बॉडी को फिट रखने के लिए साइकिलिंग बहुत अच्छी एक्सरसाइज मानी जाती है। कुछ लोग तो ऐसे हैं, जो प्रोफेशनली साइकिल रेस में हिस्सा लेते हैं। कुछ लोग अपने शौक के लिए भी इसे करते हैं। आजकल की बीजी लाइफस्टाइल में खुद को फिट रखना बहुत बड़ा चैलेंजिंग काम है। ऐसे में कुछ लोग सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाते हैं, तो कुछ लोग व्यायाम का सहारा लेते हैं।
आज हम आपको साइकिलिंग करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखने के बारे में बताएंगे, जो अमूमन हर साइकिल राइडर्स को रखनी चाहिए। अन्यथा, आगे चलकर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
हो सकती है ये समस्या
- साइकिलिंग के दौरान अक्सर लोग टाइट जूते पहनते हैं। ज्यादा दबाव के कारण पैरों के सामने वाले हिस्से पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे अंगूठे के बीच की नसों में दर्द हो सकता है। साथ ही यह सुन्न भी हो सकता है और जलन जैसे समस्या पैदा हो सकती है।
- साइकिलिंग करने से पहले के तलवे के टिशूज में सूजन हो सकती है। जूते और मोजे की रगड़ के कारण छाले पड़ सकते हैं। कई बार गांठे भी हो जाती हैं। इससे आगे चलकर आपको बहुत अधिक तकलीफ हो सकती है।
- साइकिलिंग के दौरान टाइट जूते से नाखूनों की ट्रेमिंग ना होने से उनमें दर्द होता है और कई बार इसमें इन्फेक्शन भी हो जाता है। समय रहते इसपर ध्यान ना दिया जाए, तो धीरे-धीरे यह गंभीर बीमारी का भी रुप ले सकती है।
ऐसे करें बचाव
- साइकिलिंग के दौरान सही फिटिंग वाले जूते पहनें, ताकि आपके पैरों को किसी तरह का कोई नुकसान न पहुंचे।
- यदि आपके पैरों में दर्द हो रहा है, तो आप साइकिलिंग के लिए प्रोफेशनल साइकिल ले सकते हैं। जिसकी हाइट, पैडल और उसका पाश्चर सही है, क्योंकि यह सेहत के लिए बहुत ही जरूरी माना जाता है।
- साइकिलिंग के दौरान सही मुोजे चुनना जरूरी है। इससे पैरों को कंफर्ट मिलेगा। साथ ही छाले की समस्या दूर होगी। आप चाहे तो नमी को सूखने वाले मोजे ले सकते हैं।
- पैरों को दर्द और सूजन जैसी समस्याओं से बचने के लिए इसकी पोजीशन को बदल सकते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)





