Senior Citizen Card : केंद्र सरकार ने बुजुर्ग नागरिकों के लिए बहुत सी योजनाएं चलाई हुई हैं। सीनियर सिटिजन्स की सहूलियत के लिए चल रही ऐसी ही योजनाओं का हिस्सा है सीनियर सिटीजन्स कार्ड। जो बुजुर्गों की रोज की दिक्कतों को सहूलियत में बदल सकता है। ये कार्ड उन लोगों के लिए है जो 60 साल की उम्र पार कर चुके हैं। इस उम्र के लोगों के लिए बने कार्ड के मिलते ही इसे सीनियर सिटीजन आईडी कार्ड भी कहा जाता है।
क्या है सीनियर सिटीजन कार्ड?
इस कार्ड को बुजुर्गों के लिए एक तरह का क्रेडिट कार्ड माना जा सकता है। क्योंकि, इस कार्ड में कार्डधारक बुजुर्ग की वैलिड डिटेल भी होती है। केवल आई ही नहीं इस कार्ड के जरिए सीनियर सिटीजन्स कई तरह की सरकारी योजनाओं का फायदा भी ले सकते हैं। प्रायवेट स्कीम्स का भी कुछ लाभ भी इन स्कीम्स के जरिए लिया जा सकता है। सीनियर सिटीजन्स का ब्लड ग्रुप, इमरजेंसी कॉन्टेक्ट नंबर, अन्य तरह की मेडिकल डिटेल्स जैसे एलर्जी या कोई स्थानी तकलीफ की जानकारी भी इस कार्ड में उपलब्ध होती है।
कैसे बनता है ये कार्ड?
ये कार्ड राज्य सरकार के स्तर पर ही बनता है। आप इस कार्ड को बनवाना चाहते हैं तो राज्य सरकार की वेबसाइट पर जाकर इसके लिए ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। आप जब भी इसके लिए एप्लीकेशन देंगे आपको वेरिफिकेशन के लिए भी कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे। पैन कार्ड, पासपोर्ट या स्कूल का सर्टिफिकेट देकर आप अपनी उम्र वेरिफाई करवा सकते हैं। एज प्रूफ इस कार्ड को बनवाने के लिए दिए जाने वाले जरूरी डॉक्यूमेंट्स में से एक है। अपने घर या रहने के स्थान का प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराना होगा। इसके लिए भी पासपोर्ट या इसके अलावा इलेक्शन कार्ड, बिजली, फोन का बिल या राशन कार्ड दे सकते हैं। अपने मेडिकल जानकारी भी आपको रिपोर्ट के साथ देनी होगी।
ऐसे करें आवेदन
सारे दस्तावेज जमा करने के बाद वेबसाइट पर अप्लाई कर दें। मान लीजिए कि आप दिल्ली के निवासी हैं और वहीं से आपको ये कार्ड बनवाना है तो आपको www.delhipolice.nic.in/seniorcitizen पर जाना होगा। इस तरह वेबसाइट पर जाकर आपको दो फोटोग्राफ, एड्रेस प्रूफऔर एज सर्टिफिकेट के साथ आप एप्लीकेशन जमा कर सकते हैं। आपने सारे डॉक्यूमेंट जमा कर दिए हैं। साथ ही आपको वेरिफिकेशन और मंजूरी मिल चुकी है तो आप को सीनियर सिटीजन्स आईडी भी मिल जाएगा।
सीनियर सिटीजन कार्ड के फायदे
इस कार्ड का फायदा रेलवे स्टेशन पर होता है। जहां बुजुर्गों के लिए अलग से काउंटर होता है। वहां से वो आसानी से टिकट ले सकते हैं। इस कार्ड को रखने वाले बुजुर्गों को कम इनकम टैक्स देना होता है। इसके अलावा इनकम टैक्स में भी कुछ मामलों में छूट मिल जाती है। साथ ही कुछ एफडी पर आम लोगों से ज्यादा ब्याज भी मिल सकता है। कार्ड के जरिए सरकारी अस्पतालों में मुफ्त या कम दरों पर इलाज भी मिल सकता है।
*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई सामान्य जानकारी है, इसलिए बैंक या जानकर व्यक्ति से सलाह लेकर ही उचित काम करें। Mpbreakingnews दी गई जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।





