जानिये डेटिंग ऐप और मैट्रिमोनियल ऐप में अंतर, जरूरी है ये सावधानी बरतना

Difference between dating app and matrimonial app : पिछले कुछ समय में हमारे देश में ऑनलाइन डेटिंग ऐप इस्तेमाल करने वालों की संख्या में तेजी से इज़ाफ़ा हुआ है। वहीं मैट्रिमोनियल ऐप्स का प्रयोग काफी पहले से किया जाता रहा है। लेकिन कई बार कई लोग इन दोनों ऐप्स को लेकर कन्फ्यूज़ हो जाते हैं। इन दोनों ऐप में काफी अंतर है और इसके बारे में जानना जरूरी है। आज हम इसी अंतर के बारे में बात करेंगे।

डेटिंग ऐप

दरअसल डेटिंग ऐप्स वो है जिसके माध्यम से लोग एक-दूसरे के साथ, मित्रता, डेटिंग, केजुएल या फिर कभी कभी सीरियस रिलेशनशिप के लिए भी पार्टनर तलाशते हैं।  इन ऐप्स का उपयोग डेटिंग, कैजुअल डेट, घूमने फिरने, कुछ समय साथ बिताने, आपसी सहमति से संबंधों को अगले लेवल पर ले जाने के लिए किया जाता है। इन ऐप्स में अपनी रूचि के आधार पर चुनाव किया जा सकता है। इनमे अपनी उम्र, रूचि, किस तरह का संबंध बनाने के इच्छुक हैं, फोटो और अन्य जानकारियां इच्छानुसार शेयर की जाती है।

डेटिंग एप एक ऐसा सोशल मीडिया ऐप्लिकेशन होता है जिसका उपयोग लोगों के बीच रिश्ते बनाने और मिलने के लिए किया जाता है। ये ऐप्स आपको व्यक्तिगत विवरण फोटो और अन्य जानकारी को साझा करने देते हैं, जिससे आप अपनी पसंद के मुताबिक व्यक्ति से मैच कर सकते हैं। एक बार बातचीत शुरु होने के बाद ये व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वो इसे कहां तक ले जाना चाहता है। पसंद आने पर मुलाकात और उसके बाद आगे का सिलसिला दोनों पक्षों की आपसी सहमति से जारी रह सकता है।

इसमें सबसे पहले रजिस्ट्रेशन किया जाता है जहां अपनी व्यक्तिगत जानकारी, फोटो और अन्य विवरण प्रदान करना होता है। इसके बाद प्रोफाइल बनाई जाती है और वहां अपनी रुचियों, अपेक्षाओं, और व्यक्तित्व संबंधी जानकारी दे सकते हैं। अब शुरु होता है खोज का सिलसिला जहां आप दूसरे उपयोगकर्ताओं की प्रोफाइल देख सकते हैं और उन्हें पसंद या नापसंद कर सकते हैं। जब दो लोग मैच हो जाते हैं तो आप उन्हें संदेश भेज सकते हैं। यदि वह आपको वापस पसंद करते हैं, तो आप एक दूसरे के साथ संवाद कर सकते हैं और इसके आगे की बातें तय कर सकते हैं।

मैट्रिमोनियल ऐप

वहीं मैट्रिमोनियल ऐप्स मूल रूप से शादी के लिए होते हैं। इन्हें विवाह योग्य लड़के या लड़की को ढूंढने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। ये ऐप्स वैवाहिक संबंधों और जीवनसाथी खोज के लिए उपयोगी होते हैं। इन ऐप्स का उद्देश्य लंबी अवधि के रिश्तों, सामान्यतया शादी के लिए रिश्ते का पता लगाना है। कई बार ये ऐप्स किसी खास समुदाय, समाज या जाति का प्रतिनिधित्व भी करते हैं और कई ऐप ऐसे भी हैं जहां सभी की साझा जानकारी उपलब्ध होती है। मैट्रिमोनियल ऐप्स में उपयोगकर्ता अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैविक विवरण, परिवारिक विवरण, धर्म और सामाजिक स्थिति, वैवाहिक चयन, गुण और विशेषताएं आदि शेयर करते हैं। इसी के साथ अपनी प्रोफाइल में प्राथमिकताओं और अपेक्षाओं को भी लिखा जाता है, जिस आधार पर कोई अन्य उनकी प्रोफाइल को खोज सकते हैं।

इसमें भी पहले पंजीकरण करनान होता है। उपयोगकर्ताओं को पहले से ही ऐप में पंजीकृत होना पड़ता है। यह सामान्यतः एक ईमेल आईडी, फ़ोन नंबर या सोशल मीडिया लॉगिन के माध्यम से होता है। इसके बाद प्रोफाइल बनाने के लिए व्यक्ति को अपनी व्यक्तिगत जानकारी, फोटो, जैविक विवरण, शिक्षा, पारिवारिक विवरण, धार्मिक रूझान आदि लिखना होता है। इसके बाद खोज और मेल-मिलाप की सुविधा मिलती है और विभिन्न फ़िल्टर, जैसे उम्र, जाति, धर्म, भाषा, शिक्षा, शारीरिक गुणधर्म आदि का उपयोग कर आप अपनी पसंद का साथी ढूंढ सकते हैं।

सतर्क रहें

हालांकि, डेटिंग ऐप हो या मैट्रिमोनियल ऐप..उसके उपयोग में अपने सुरक्षा और प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखना जरुरी है। चाहे कोई डेटिंग के लिए मिले या फिर शादी जैसे स्थायी संबंध के उद्देश्य से, सामने वाले व्यक्ति की पूरी जानकारी लेने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाना चाहिए। अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए और अजनबी लोगों के साथ सावधानीपूर्वक संवाद करना चाहिए। इसके अलावा, अच्छी तरह से प्रमाणित प्रोफाइलों को चुनने और सावधानीपूर्वक मिलने के लिए सार्वजनिक स्थानों का चयन करना भी महत्वपूर्ण है। मैट्रिमोनियल साइट्स पर विवाह के लिए मिलना हो तो अपने परिवार और रिश्तेदारों से भी सामने वाले व्यक्ति को मिलवाना चाहिए और उनके परिवार की भी पूरी जानकारी लेना जरुरी है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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