भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। ज्योतिष (Astrology) को ‘समय का विज्ञान’ भी कहा जाता है। इसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग और कर्म इन पांच चीजों का अध्ययन कर भविष्यवाणी की जाती है। प्राचीन काल में ग्रह, नक्षत्र और अन्य खगोलीय पिण्डों का अध्ययन करने के विषय को ज्योतिष कहा गया है। इसके गणित भाग के बारे में वेदों में स्पष्ट गणनाएं दी हुई हैं। वेद (Ved) के छः अंग हैं, जिसमें छठा अंग ज्योतिष है। अंक ज्योतिष (Numerology) भी ज्योतिष का ही एक हिस्सा है। अंक ज्योतिष के द्वारा किसी भी स्त्री या पुरुष की जन्म तारीख से उनके बारे में काफी जानकारी मिल सकती है।
क्या होता है मूलांक
किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व और जीवन पर उसके मूलांक का काफी प्रभाव पड़ता है। व्यक्ति की जन्म तारीख से उसका मूलांक निकाला जाता है। आपका जन्म जिस भी तारीख को हुआ है, यदि वो एकल अंक (Single digit) है तो वही आपका मूलांक है। यदि वो दो अंक में है तो उसे जोड़ लीजिए। जैसे 22 तारीख है तो 2+2 इस तरह 4 आपका मूलांक हुआ। 27 तारीख है तो 2+7 मूलांक हुआ 9। इस तरह आप अपने जन्म तारीख से मूलांक निकाल सकते हैं।
मूलांक से जानिये अपना भविष्य
1 मूलांक वाले जातकों की कुंडली का स्वामी ग्रह सूर्य होता है। 1, 10, 19,28 तारीख को जन्मे लोग काफी तेजस्वी होते हैं। सूर्य हमारे सौरमंडल का केंद्र है और सारे ग्रह उसकी परिक्रमा करते हैं। माना जाता है कि 1 मूलांक वाले लोगों को चुनौतिया पसंद होती हैं और वो व्यवसाय, राजनीति, मैनेजमेंट गुरू या लीडरशीप में कामयाब हो सकते हैं।
2 मूलांक वाले लोग काफी रचनात्मक होते हैं। ये अंक चंद्रमा शासित होता है। 2, 11, 20, 29 तारीख को जन्मे लोगों में ममत्व भाव पाया जाता है। ऐसे जातक कलात्मक क्षेत्र यथा नृत्य, गायन, पेंटिंग, नाटक जैसी कलाओं में निपुण होते हैं। ये भावनात्कम होते हैं और कला मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में काफी निपुण होते हैं।
3 मूलांक वाले व्यक्ति की कुंडली का स्वामी ब्रहस्पति/गुरू होता है। मान्यता है कि 3, 12, 21 या 30 तारीख को जन्मे लोग नेतृत्व क्षमता से लैस होते हैं। ये शासकीय पदों, अन्य संस्थाओं तथा विभिन्न क्षेत्रो में उच्च पदों पर आसीन या लीडरशीप वाली भूमिका में होते हैं। सामाजिक कार्यों में भी इनकी रूचि होती है और ये रचनात्मक भी होते हैं।
4 मूलांक वाले जातक की कुंडली का स्वामी राहू है। 4, 13, 22 या 31 तारीख को जन्मे लोग स्वतंत्र विचार वाले होते हैं। राहू तीव्र गति से उतार-चढ़ाव देता है इसलिए एकाएक सफलता या असफलता प्राप्त हो सकती है। इस मूलांक वाले लोग कई बार अस्थिर होते हैं और इस कारण इनकी निर्णय क्षमता भी प्रभावित होती है। ये नए विचारों का सृजन करते हैं। इन्हें एक्टिंक के क्षेत्र में किस्मत आजमाना चाहिए।
5 मूलांक वाले लोगों का स्वामी होता है बुध। 5, 14 या 23 तारीख को जन्मे लोग बुद्धिवान, ज्ञानवान और मिलनसार होते हैं। ये काफी कमाल के और प्रभावी फैसले लेते हैं। लोग इनसे जल्द ही प्रभावित हो जाते हैं और मित्र बन जाते हैं। इन्हें चुनौतियों से बिलकुल डर नहीं लगता। इन लोगों को काउंसलिंग, कोचिंग, टीचिंग, स्टॉक मार्केट व तकनीकी क्षेत्रों में अपना भाग्य आजमाना चाहिए।
6 मूलांक वाले लोगों की कुंडली का स्वामी शुक्र होता है। 6, 15 या 24 तारीख को जन्मे लोगों का व्यक्तित्व काफी प्रभावशाली तथा इनमें एक चुंबकीय आकर्षण होता है। ये लोग हमेशा आकर्षण का केंद्र बने रहना जानते हैं। ये फेमस, पॉपुलर, अच्छा बर्ताव करने वाले और लोगों को हैंडल करने वाले होते हैं। ऐसे लोगों को बिजनेस, मनोरंजन, फिल्मों, होटल प्रबंधन या कला के क्षेत्र में जाना चाहिए।
7 मूलांक वाले जातकों की कुंडली का स्वामी केतु है। ये समुद्र का अंक है और इनमें समुद्र जैसे सब कुछ अपने में समाहित करने लेने की शक्ति होती है। 7, 16 या 25 तारीख को जन्मे लोगों का अध्यात्म के प्रति रूझान होता है। इनका दिमाग तेज होता है और नया और रचनात्मक सोचते हैं। ये अच्छे सलाहकार, रिसर्चर, ट्रेवल एजेंट, कलाकार या इंटेलेक्चुएल होते हैं।
8 मूलांक वाले लोगों का स्वामी शनि होता है। 8, 17 या 26 तारीख को जन्मे लोग सरल और स्पष्ट वक्ता होते हैं। ऐसे लोगों को कई बार गलत भी समझा जाता है। अपने व्यवसाय या आजीविका को लेकर कई बार ये अनिर्णय की स्थिति में भ रहते हैं। ये काफी मेहनती होते हैं। इन्हें भूमि, सम्पत्ति, आर्किटेक्टर में भाग्य आजमाना चाहिए।
9 मूलांक वाले लोगों की कुंडली का स्वामी मंगल होता है। 9, 18 या 27 तारीख को जन्मे लोग साहसी और संघर्ष करने वाले होते हैं। इन्हें कुछ भी बहुत सरलता से नहीं मिलता तथा इनका जीवन संघर्षमय होता है। ये जब तक सौ प्रतिशत नहीं दे दें, इन्हें सफलता नहीं मिलती। कई बार ये कानूनी उलझनों में भी उलझे रहते हैं। ऐसे लोगों को स्पोर्ट्स, आर्मी, पॉलिटिक्स या कला के क्षेत्र में जाने की कोशिश करना चाहिए।