जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। शरीर पर पिंपल और दाग के धब्बे हो जाना आम प्रक्रिया है, लेकिन क्या आपको पता है कि इसे नजरअंदाज करना आपकी एक बड़ी भूल साबित हो सकती है। क्योंकि एक छोटा मस्सा बाद में बड़ी बीमारी का रूप ले सकता है। मस्सा त्वचा पर होने वाले दाग धब्बों की गिनती में आता है। यह धूल और गंदगी के कारण जन्म लेता है और कई प्रकार के संक्रमण का कारण भी बनता है। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि यह एक कैंसर का भी रूप ले सकता है, आईए इसके बारे में अधिक जानते हैं। मानवी पेपिलोमा वायरस के कारण चेहरे पर मस्से होते हैं। दाढ़ी वाले एरिया में मस्से ज्यादा दिखाई देते हैं क्योंकि उनके पनपने के लिए यह सहज जगह होती है।
सबसे पहले बात कर लेते हैं कि मास्सा होता क्या है? दरअसल मस्सा एक प्रकार का त्वचा संक्रमण है जोकि ह्यूमन पेपिलोमा वायरस के कारण व्यक्ति के शरीर में होता है। मस्सा एक प्रकार का वायरस संक्रामक है जिसके कारण त्वचा खुरदुरा या फिर त्वचा के रंग पर धब्बे बन जाते हैं। कुछ इतने संक्रामक होते हैं कि एक व्यक्ति से दूसरे को छूने पर भी हो जाता है। जो मस्से आमतौर पर हाथों पर दिखाई देते हैं वह आपके पैरों चेहरे व जननांगों को अधिक रूप से प्रभावित कर सकता है।
पार्लर या फिर सलून में पुरुष या महिलाओं द्वारा वैक्सिंग कराते समय आमतौर पर संक्रमण हो जाता है। इसलिए आइब्रो और ठुड्डी के पास मस्से का देखना एक बहुत ही आम बात है। इसके अलावा किसी दूसरे का तौलिया, नैपकिन या मेकअप ब्रश का उपयोग करने से भी इस संक्रमण का खतरा हो सकता है। जिन लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है या उन्हें मधुमेह रोग जैसी बीमारी होती है उनमें भी यह संक्रमण देखा जा सकता है जो कि उनके यौन संचरण या प्रतिरक्षा दमन के कारण होता है।
मस्से चार प्रकार के होते हैं
- पहला हाथ में होता है जिसे कॉमन मस्ता कहा जाता है यह सबसे आम प्रकार का मस्सा है।
- दूसरा चेहरे का जो कि आपके चेहरे और माथे को प्रभावित करता है।
- तीसरा मस्सा पैर पर होता है जो कि तलवे को प्रभावित करता है और आपके घुटनों में दर्द का कारण भी बनता है
- चौथा जननांग पर होता है जो कि आपके लिंग योनि या मलाशय पर हो सकता है इसे जेनिटल मस्सा कहा जाता है। यह मास्सा आपके यौन संचारित संक्रमण को बढ़ाते हैं और एवं यौन संपर्क के माध्यम से दूसरों में फैलते हैं।
एचपीवी और जेनिटल मस्सा कई प्रकार के कैंसर से जुड़े होते हैं जिसमें गुदा कैंसर गर्भाशय ग्रीवा कैंसर शामिल है। इससे बचने के लिए एचपीवी का वैक्सीन लगवाएं या कंडोम का यूज भी जोखिम को कम करता है।
अधिकांश मस्सा चोट नहीं पहुंचाते हैं लेकिन यह अंदर से ही त्वचा के अंदर दर्द का कारण बन जाते हैंमस्से से बचने के लिए
- सेविंग करने से बचें या फिर घर पर ही शेविंग करें
- नाखून काटने की आदत छोड़ दें
- तोलिया कपड़ा नाखून कतरनी अन्य व्यक्तिगत सामान को साझा करना बंद कर दें
- दूसरे व्यक्ति के मस्से को नाच हुए हैं और ना ही किसी को खुद का छूने दे
- एचपीवी वैक्सीन लगवाए और कंडोम का यूज़ करें
- मस्सों को अन्य जगहों पर फैलने से रोकने के लिए पैरों को सूखा रखें इसे खरगोश ने काटने की कोशिश बिल्कुल भी ना करें