आज के समय में रिश्ते तो बन जाते हैं, लेकिन दूरी उन्हें तोड़ भी सकती है। पढ़ाई, नौकरी या फैमिली की वजह से कपल्स को अक्सर अलग-अलग शहरों में रहना पड़ता है। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती होती है रिश्ते को जिंदा और प्यार भरा बनाए रखना।
कई बार दूरी रिश्ते (Long Distance Relationship) को कमजोर बना देती है, लेकिन कुछ कपल्स ऐसे भी होते हैं जो लंबे वक्त तक एक-दूसरे से दूर रहकर भी अपने रिश्ते को पूरी ईमानदारी और गहराई से निभाते हैं। इसके पीछे कोई जादू नहीं बल्कि कुछ सिंपल आदतें होती हैं जो उन्हें रोज़ाना अपनानी पड़ती हैं।

रोज़ाना कम्युनिकेशन जरूरी है
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप की जान है कम्युनिकेशन। फोन कॉल, वीडियो कॉल, टेक्स्ट या वॉयस मैसेज जो भी तरीका हो, रोज़ाना बात करना बेहद ज़रूरी है। लेकिन ध्यान रहे, हर समय एक-दूसरे से चिपके रहना, हर मिनट अपडेट मांगना या छोटी-छोटी बातों पर शक करना आपके रिलेशन को दमघोंटू बना सकता है। एक-दूसरे की स्पेस का सम्मान करना भी उतना ही जरूरी है जितना कि प्यार जताना।
भरोसा ही है लॉन्ग डिस्टेंस रिश्तों की नींव
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप की सबसे बड़ी परीक्षा होती है भरोसा। जब आप अपने पार्टनर को हर दिन नहीं देख पा रहे, तो आपके रिश्ते की ताकत आपके विश्वास पर टिकी होती है। छोटी-छोटी चीजों पर शक करना या हर बात का सबूत मांगना धीरे-धीरे रिश्ते को खोखला बना देता है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर दोनों पार्टनर्स एक-दूसरे पर पूरे दिल से भरोसा करते हैं, तो दूरी भी उनके प्यार को कम नहीं कर सकती। अगर कभी मन में शंका आए, तो बातचीत करें। खुलकर बात करने से गलतफहमियां दूर होती हैं और रिश्ता और गहरा होता है।
अपने पार्टनर के स्पेशल मोमेंट्स को बनाएं यादगार
जन्मदिन, एनिवर्सरी या फिर किसी बड़ी उपलब्धि का जश्न लॉन्ग डिस्टेंस में रहते हुए भी आप इन खास पलों को यादगार बना सकते हैं। आजकल ऑनलाइन गिफ्ट डिलीवरी, वीडियो कॉल सरप्राइज, डिजिटल ग्रीटिंग कार्ड या सोशल मीडिया पोस्ट जैसे कई ऑप्शन मौजूद हैं। छोटी-छोटी कोशिशें बताती हैं कि आप अपने पार्टनर की परवाह करते हैं और उनके साथ ना होकर भी दिल से जुड़े हैं।
दूरी को बनाइए ताकत
दूरी को अगर नेगेटिव तरीके से देखा जाए तो वह रिश्ते को तोड़ सकती है। लेकिन अगर आप इसे इमोशनल ग्रोथ का मौका समझें, तो यह रिश्ता और मजबूत हो सकता है। लॉन्ग डिस्टेंस कपल्स के पास वक्त होता है अपने करियर, हॉबीज़ और पर्सनल ग्रोथ पर फोकस करने का। इससे दोनों पार्टनर्स इंडिविजुअली मजबूत बनते हैं और जब वे साथ होते हैं, तो एक बेहतर और समझदार रिश्ता बनता है।