लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक आज हर महिला की मेकअप किट का हिस्सा बन चुकी है। ऑफिस, पार्टी या कोई खास मौका हो, हर कोई चाहता है कि लिपस्टिक घंटों तक टिकी रहे (Long Lasting Lipstick) बिना बार-बार टचअप के। यही वजह है कि बाज़ार में लंबे समय तक टिकने वाली लिपस्टिक्स की मांग तेजी से बढ़ी है।
लेकिन इसी खूबसूरती के पीछे छिपा है एक कड़वा सच। एक्सपर्ट्स की मानें तो इन लिपस्टिक्स में ऐसे केमिकल्स होते हैं जो धीरे-धीरे होठों की नेचुरल नमी को खत्म कर देते हैं। इसका असर तब दिखता है जब होंठ ड्राय, डार्क और पिगमेंटेड नज़र आने लगते हैं। क्या आप भी यही गलती कर रही हैं?

केमिकल्स से भरपूर होती हैं लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक
लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक में ऐसे केमिकल्स होते हैं जो स्किन को मजबूती से पकड़कर उसे ड्राय बना देते हैं। कई बार इन लिपस्टिक में लेड (सीसा), प्रिज़र्वेटिव्स और अल्कोहल जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जो धीरे-धीरे होठों की नमी छीन लेते हैं। स्किन एक्सपर्ट्स की मानें तो रोज़ाना ऐसे लिप प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से होंठों की नेचुरल चमक खत्म हो सकती है।
लॉन्ग-स्टे लिपस्टिक से हो सकते हैं ये नुकसान
1. होठों का रूखापन बढ़ता है
लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक्स में मैट और मेटलिक फॉर्मूलेशन होते हैं, जो होंठों की नमी को सोख लेते हैं। लगातार उपयोग से होठों की प्राकृतिक चिकनाहट खत्म हो जाती है और वो फटने लगते हैं। इससे दर्द, जलन और असहजता महसूस होती है, खासकर सर्दियों में।
2. होंठ काले पड़ सकते हैं
इन लिपस्टिक्स में मौजूद कुछ केमिकल्स और सिंथेटिक कलरिंग एजेंट्स के कारण होठों का रंग धीरे-धीरे फीका पड़ने लगता है। यदि रोज़ाना या अधिक बार उपयोग किया जाए तो होठों की प्राकृतिक गुलाबी रंगत खत्म हो सकती है और वे काले या पिगमेंटेड दिखने लगते हैं।
3. एलर्जी और जलन
हर स्किन टाइप एक जैसी नहीं होती। कुछ लोगों की स्किन लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक में मौजूद घटकों के प्रति संवेदनशील होती है। इसके चलते होठों पर जलन, खुजली, रेडनेस या छोटे-छोटे रैशेज हो सकते हैं। यह समस्या बिना टेस्टिंग के लिपस्टिक लगाने पर और बढ़ सकती है।
4. नेचुरल लिप ऑयल खत्म होता है
हमारे होठों में एक नैचुरल ऑयल प्रोडक्शन होता है, जो उन्हें मुलायम और हेल्दी बनाए रखता है। लेकिन जब लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक बार-बार लगाई जाती है, तो ये ऑयल लेयर खत्म हो जाती है। इससे होंठ हमेशा ड्राय, खुरदरे और डैमेज नज़र आने लगते हैं।
5. पिगमेंटेशन की समस्या
लगातार डार्क और हार्श पिगमेंट वाली लिपस्टिक्स लगाने से होंठों पर पिगमेंटेशन जमने लगता है। खासकर बिना मेकअप रिमूवर के इन्हें हटाने से स्किन डैमेज होती है और रंगत में फर्क आ जाता है। इससे होठों की चमक और नैचुरल रंग धीरे-धीरे गायब होने लगता है।
स्किन एक्सपर्ट्स की सलाह
स्किन एक्सपर्ट्स का कहना है कि लॉन्ग-लास्टिंग लिपस्टिक कभी-कभार इस्तेमाल में लानी चाहिए, वो भी अच्छे ब्रांड की और स्किन-फ्रेंडली इंग्रेडिएंट्स वाली। इसके अलावा, कुछ उपायों को अपनाकर आप होठों की हेल्थ बनाए रख सकती हैं।
- लिपस्टिक लगाने से पहले लिप बाम या प्राइमर ज़रूर लगाएं।
- मेकअप हटाने के बाद लिप्स को कोकोनट ऑयल या वैसलीन से मॉइस्चर करें।
- हफ्ते में एक बार लिप स्क्रब ज़रूर करें ताकि डेड स्किन हटे।
- पानी खूब पिएं ताकि अंदर से त्वचा हाइड्रेट रहे।
- हो सके तो नैचुरल या ऑर्गेनिक लिपस्टिक का इस्तेमाल करें।