भारत अपनी संस्कृति और ऐतिहासिक विरासतों के लिए जाना जाता है। यहां हर एक शहर और राज्य की अपनी अलग-अलग बोली है। यहां एक नहीं दो नहीं बल्कि कई सारी भाषाएं बोली जाती हैं। जिनमें हिंदी, इंग्लिश, उड़िया, आसामी, तेलुगु, कन्नड़, भोजपुरी, मैथिली, बंगाली, आदि शामिल है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनिया की बात करें तो यहां लगभग 7000 से भी अधिक भाषाएं बोली जाती है। सभी देशों की अपनी अलग-अलग लैंग्वेज है। इसके अलावा, इंग्लिश एक ऐसा लैंग्वेज है, जिसे पूरी दुनिया भर में इस्तेमाल किया जाता है।
भाषा एक ऐसा माध्यम है, जब लोग अपनी भावनाओं का आदान-प्रदान करते हैं। इसके माध्यम से लोग एक दूसरे की बातों को समझते हैं। आज हम आपको दुनिया का सबसे लंबा शब्द से रूबरू करवाने जा रहे हैं। जिसे बोलते वक्त जुबान अटक जाती है।

लोगों की हालत हो जाती है खराब
इंग्लिश लैंग्वेज में ऐसे कई सारे शब्द हैं, जिनके उच्चारण में लोगों की हालत खराब हो जाती है। इसके अलावा, कई ऐसे शब्द भी है, जिन्हें लिखना तो दूर बोलने में भी जुबान लटपट आती है। अब आपको यह जानकर हैरानी होगी कि दुनिया का सबसे लंबा शब्द 100, 200 शब्द का नहीं, बल्कि एक लाख से अधिक लेटर्स का है। इसे पढ़ने में कुछ मिनट नहीं, बल्कि पूरे 3 घंटे से अधिक का समय लगता है।
1 लाख से अधिक लेटर
इस शब्द की शुरुआत ‘Methionylalanylthreonylserylarginylglycyl’ से होती है, जो 1,90,000 लेटर्स तक जाती है। यह शब्द अकेले इतना बड़ा है कि पूरी डिक्शनरी के पन्ने लग जाए, तब भी यह ना अटें। इसलिए आज तक इस शब्द को डिक्शनरी में नहीं जोड़ा गया है। इस शब्द को शॉर्ट में अगर देखा जाए, तो इसे टिनिन कहा जाता है। इसे पढ़ना तो दूर लिखना भी असंभव है। अच्छे से अच्छे अंग्रेजी के ज्ञाता इस शब्द को नहीं पढ़ पाते हैं और ना ही इसे बोल पाते हैं।
बीमारी का नाम
इसके अलावा, डिक्शनरी में दुनिया के सबसे लंबे शब्द ‘pneumonoultramicroscopicsilicovolcanoconiosis’ को शामिल किया गया है। यह फेफड़ों की बीमारी का नाम है। मेडिकल फिल्ड में इसका बहुत अधिक इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद तीसरे नंबर पर दुनिया का सबसे लंबा शब्द आता है, जो कि मक्खी का नाम है। जिसमें कुल 42 लेटर्स है। यह शब्द PARASTRATIOSPHECOMYIA STRATIOSPHECOMYIOIDES है।