गर्मी के मौसम में बाजार आमों की कई वैरियटयों से सज धज कर तैयार रहती है। इसे फलों का राजा कहा जाता है, जिसे हर वर्ग के लोग बड़े ही चाव से खाते हैं। आम अमूमन हर किसी को पसंद आता है। कुछ आम बहुत ज्यादा रसीले और मीठे होते हैं, तो कुछ ऐसे भी आम है जो स्वाद में थोड़े से खट्टे भी रहते हैं। उसके बावजूद, उनकी मांग लोगों के बीच काफी अधिक रहती है। आम में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ विटामिन ए, बी, सी, आई और के होता है। इसके अलावा, मैग्नीशियम, तांबा और पोटेशियम जैसे खनिज भी पाए जाते हैं।
भारत में सबसे ज्यादा आम की खेती की जाती है। यहां चौसा, लंगड़ा, दशहरी, आदि आमों की बिक्री बहुत ज्यादा है। पिछले आर्टिकल में हम आपको बहुत सारे आमों के बारे में बता चुके हैं, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि यदि फलों का राजा आम है, तो फलों की रानी कौन है।

फलों की रानी
अक्सर इस तरह के प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों से पूछा जाता है। इसके अलावा, सामान्य ज्ञान के लिहाज से भी यह पता होना जरूरी है कि फलों की भी एक रानी होती है। जी हां! यह सुनने में आपको अजीब जरूर लग रहा होगा, क्योंकि इसके बारे पहले कभी सुना नहीं होगा। हालांकि, आपने इसका नाम सुना होगा, लेकिन आप यह नहीं जानते हैं होंगे कि वह फलों की रानी है।
मैंगोस्टीन
दरअसल, मैंगोस्टीन को फलों की रानी का खिताब मिला हुआ है। यह खट्टा-मीठा फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो कि सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। यह थाईलैंड का राष्ट्रीय फल है। इसे मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों में उगाया जाता है जो कि दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाने वाला फल है।
रामबाण इलाज
बता दें कि ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया को मैंगोस्टीन काफी पसंद था। हिंदी में इस फल को मंगुस्तान कहा जाता है, जो कैंसर और हार्ट से संबंधित बीमारियों का रामबाण इलाज भी माना जाता है। इस पौधे को बढ़ाने और फल देने में लगभग 8 से 15 साल का समय लगता है, जिसे हर दिन कम से कम 13 घंटे धूप की जरूरत होती है। ऐसे में यह पेड़ उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में ही उगाए जा सकते हैं। इस फल के बीज को खाया जा सकता है। इसका स्वाद लीची, आडू, स्ट्रॉबेरी और अनानास के मिश्रण जैसा होता है।