आम और अनार के छिलकों से बनाएं जबरदस्त नेचुरल खाद, मानसून में हर पौधे को मिलेगा सुपर बूस्ट

मॉनसून के मौसम में तेज़ी से बढ़ते हैं, लेकिन इस वक़्त सही पोषण देना बहुत ज़रूरी होता है। बाज़ार से महँगी खाद ख़रीदने की बजाय अगर आप आम और अनार के छिलकों से घर पर नैचरल खाद बनाएँ, तो आपकी पौधों को बेहतरीन ग्रोथ मिलेगी और ज़मीन भी उपजाऊ बनी रहेगी।

बारिश के मौसम में पेड़-पौधों की बढ़त होती है लेकिन मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी भी जल्दी हो जाती है। ऐसे में कई लोग बाज़ार में मिलने वाली कैमिकल से भरपूर खादों की तरफ़ मुड़ जाते हैं, जो की पौधों के लिए और भी ज़्यादा नुकसानदायक साबित हो सकती है क्योंकि इन खातों में कैमिकल पाए जाते हैं। अगर आपको गार्डनिंग करने का शौक़ है, तो यह ज़रूरी है कि आप घर पर ही ख़ास बनाना जल्द से जल्द सीख जाएं, इसमें हम आपकी पूरी मदद करेंगे।

घर पर बनायी गई नैचुरल खाद है ना सिर्फ़ मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाती है बल्कि पौधों को मज़बूत भी बनाती है। इन खादों का इस्तेमाल करने से ना सिर्फ़ आपके पौधे सुरक्षित रहेंगे बल्कि आप भी काफ़ी हद तक सुरक्षित रहेंगे। चलिए फिर बिना देर करते हुए समझ लेते हैं कि आख़िर घर पर ही फल और सब्ज़ियों के छिलकों की मदद से कैसे खाद बनायी जा सकती है।

इस खाद को तैयार करने की सबसे ख़ास बात यह है कि आपको किसी भी तरह की नई सामग्री की आवश्यकता नहीं होती है बल्कि जिन चीज़ों को आप कचरा समझकर फेंक देते हैं, उन्हीं चीज़ों की मदद से आप पौधों के लिए बिलकुल बढ़िया और कैमिकल फ़्री खाद बना सकते हैं।

कैसे बनाएं आम और अनार के छिलकों से घर पर असरदार खाद

आवश्यक सामग्री:

  • 2-3 आम के छिलके
  • 2 अनार के छिलके
  • 1 लीटर पानी
  • एयरटाइट डिब्बा या बाल्टी (ढक्कन वाली)

बनाने की विधि

  • आम और अनार के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  • इन्हें एक एयरटाइट डिब्बे में डालें और ऊपर से पानी डालकर ढक्कन बंद कर दें।
  • इस मिश्रण को 7 से 10 दिन तक छायादार जगह पर रखें।
  • हर दूसरे दिन ढक्कन खोलकर हल्का हिलाएं ताकि फर्मेंटेशन अच्छी तरह हो।
  • तय समय के बाद जब छिलके गल जाएं और पानी से हल्की खट्टी गंध आने लगे, तो खाद तैयार है।

2. कैसे करें इस नेचुरल खाद का इस्तेमाल

  • छिलकों का मिश्रण छान लें और केवल तरल भाग को लें।
  • इस तरल को 1:5 के अनुपात में पानी में मिलाएं (1 हिस्सा खाद, 5 हिस्सा पानी)।
  • इसे सीधे पौधों की जड़ों में डालें।
  • हर 10-15 दिन में एक बार इस खाद का इस्तेमाल करें।
  • यह खाद सभी प्रकार के पौधों पर असरदार है, खासकर फूल, सब्ज़ी और फल देने वाले पौधों पर इसका शानदार असर देखा जाता है।

3. नेचुरल खाद के फायदे

  • केमिकल फ्री: इसमें किसी भी प्रकार का रासायनिक तत्व नहीं होता, जिससे मिट्टी की प्राकृतिक उर्वरता बनी रहती है।
  • जैविक पोषण: आम और अनार के छिलकों में पोटैशियम, फॉस्फोरस और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो पौधों की ग्रोथ के लिए फायदेमंद होते हैं।
  • पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी: यह खाद पौधों को बीमारियों और कीड़ों से भी बचाने में मदद करती है।
  • घर का कचरा होगा कम: फलों के छिलके फेंकने की बजाय जब आप उनसे खाद बनाते हैं, तो कचरे को भी रीसायकल कर पाते हैं।

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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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